इलाज कराया और मंदिरों में टेका माथा
बताया गया कि शहर के वार्ड क्रमांक-1 निवासी सुखेंद्र यादव की शादी विगत तीन वर्ष पूर्व नीशा यादव से हुई थी। शादी के बाद महिला गर्भवती नहीं हो रही थी, जिसके लिए परिवार के लोगो के द्वारा उसके इलाज के साथ ही देवी-देवताओं के दर पर जाकर मन्नत किए, तब कहीं जाकर महिला गर्भवती हुई। रविवार को नीशा यादव को प्रसव पीड़ा शुरू हुई, जिस पर जिला चिकित्सालय पहुंचाने के लिए पति के द्वारा जननी एक्सप्रेस वाहन को फोन कर बुलाया गया। किंतु बस्ती मे बनी पीसीसी सड़क पर स्थानीय देवेंद्र गुप्ता, राजेश गुप्ता, संपति गुप्ता, बृजेश गुप्ता सहित अन्य के द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने व पीसीसी सड़क पर मिट्टी का ढेर लगा दिए जाने के कारण जननी वाहन उनके घर तक नहीं पहुंच पाया। घर तक वाहन न पहुंच पाने के कारण प्रसूता के परिजन उसे प्रसव पीड़ा के दौरान गोद में लेकर जननी वाहन तक पहुंचाने का प्रयाश कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान महिला का प्रसव हो गया। खून से लथपथ महिला व बच्चे को किसी तरह जननी वाहन तक पहुंचाया गया, इसके बाद जिला अस्पताल लाया गया। जहां नवजात बच्चे को आईसीयू वार्ड मे भर्ती कराया गया, किंतु रात्रि करीब 11.30 बजे बच्चे की मौत हो गई। बड़ी मान मनौवल के बाद घर का चिराग आने की उम्मीद रास्ते के अतिक्रमण ने पानी फेर दिया।
बताया गया कि शहर के वार्ड क्रमांक-1 निवासी सुखेंद्र यादव की शादी विगत तीन वर्ष पूर्व नीशा यादव से हुई थी। शादी के बाद महिला गर्भवती नहीं हो रही थी, जिसके लिए परिवार के लोगो के द्वारा उसके इलाज के साथ ही देवी-देवताओं के दर पर जाकर मन्नत किए, तब कहीं जाकर महिला गर्भवती हुई। रविवार को नीशा यादव को प्रसव पीड़ा शुरू हुई, जिस पर जिला चिकित्सालय पहुंचाने के लिए पति के द्वारा जननी एक्सप्रेस वाहन को फोन कर बुलाया गया। किंतु बस्ती मे बनी पीसीसी सड़क पर स्थानीय देवेंद्र गुप्ता, राजेश गुप्ता, संपति गुप्ता, बृजेश गुप्ता सहित अन्य के द्वारा अतिक्रमण कर लिए जाने व पीसीसी सड़क पर मिट्टी का ढेर लगा दिए जाने के कारण जननी वाहन उनके घर तक नहीं पहुंच पाया। घर तक वाहन न पहुंच पाने के कारण प्रसूता के परिजन उसे प्रसव पीड़ा के दौरान गोद में लेकर जननी वाहन तक पहुंचाने का प्रयाश कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान महिला का प्रसव हो गया। खून से लथपथ महिला व बच्चे को किसी तरह जननी वाहन तक पहुंचाया गया, इसके बाद जिला अस्पताल लाया गया। जहां नवजात बच्चे को आईसीयू वार्ड मे भर्ती कराया गया, किंतु रात्रि करीब 11.30 बजे बच्चे की मौत हो गई। बड़ी मान मनौवल के बाद घर का चिराग आने की उम्मीद रास्ते के अतिक्रमण ने पानी फेर दिया।