मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला कराया शांत
घटना के संबंध में बताया गया कि शनिवार को सुबह बड़ोखर गांव की उर्मिला विश्वकर्मा पति उमेश विश्वकर्मा को प्रसव पीड़ा के बाद उसके परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। गया। दोपहर बाद करीब चार बजे प्रसूता ने एक नवजात को जन्म दिया, लेकिन थोड़ी देर बाद बच्चे और प्रसूता दोनो की मौत हो गई।महिला की मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव होना बताया गया।परिजन जहां जच्चा व बच्चा की मौत को लापरवाही का नतीजा मान रहे हैं। वहीं चिकित्सकों की दलील है कि महिला पहले से ही एनीमिक थी। नवजात को जन्म देने के बाद अधिक मात्रा में रक्तस्त्राव हो गया।
घटना के संबंध में बताया गया कि शनिवार को सुबह बड़ोखर गांव की उर्मिला विश्वकर्मा पति उमेश विश्वकर्मा को प्रसव पीड़ा के बाद उसके परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया। गया। दोपहर बाद करीब चार बजे प्रसूता ने एक नवजात को जन्म दिया, लेकिन थोड़ी देर बाद बच्चे और प्रसूता दोनो की मौत हो गई।महिला की मौत का कारण अत्यधिक रक्तस्राव होना बताया गया।परिजन जहां जच्चा व बच्चा की मौत को लापरवाही का नतीजा मान रहे हैं। वहीं चिकित्सकों की दलील है कि महिला पहले से ही एनीमिक थी। नवजात को जन्म देने के बाद अधिक मात्रा में रक्तस्त्राव हो गया।
चिकित्सकों की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत
जिससे प्रसूता को नहीं बचाया जा सका।दलील है कि महिला के एनीमिक होने की वजह से बच्चा भी कमजोर था, इसलिए जन्म थोड़ी देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया।परिजनों के मुताबिक जच्चा-बच्चा की मौत चिकित्सकों की लापरवाही के चलते हुई है। बच्चे के जन्म के तत्काल बाद उन दोनों को इलाज मिलता तो वह सही सलामत रहते। लेकिन चिकित्सक सहित अस्पताल के किसी भी स्टॉफ ने उन दोनों पर ध्यान नहीं दिया।जिससे उनकी मौत हो गई। इस आरोप के साथ परिजनों ने अस्पताल में घंटों बवाल काटा, लेकिन पुलिस के दबाव में उन्हें अंत में निराश होकर दोनों का शव लेकर घर वापस लौटना पड़ा।
जिससे प्रसूता को नहीं बचाया जा सका।दलील है कि महिला के एनीमिक होने की वजह से बच्चा भी कमजोर था, इसलिए जन्म थोड़ी देर बाद उसने भी दम तोड़ दिया।परिजनों के मुताबिक जच्चा-बच्चा की मौत चिकित्सकों की लापरवाही के चलते हुई है। बच्चे के जन्म के तत्काल बाद उन दोनों को इलाज मिलता तो वह सही सलामत रहते। लेकिन चिकित्सक सहित अस्पताल के किसी भी स्टॉफ ने उन दोनों पर ध्यान नहीं दिया।जिससे उनकी मौत हो गई। इस आरोप के साथ परिजनों ने अस्पताल में घंटों बवाल काटा, लेकिन पुलिस के दबाव में उन्हें अंत में निराश होकर दोनों का शव लेकर घर वापस लौटना पड़ा।