मृतक के चाचा ब्रजभान यादव और ताऊ त्रिलोक सिंह यादव ने आरोप लगाया है कि पिछोर विधायक के इशारे पर पुलिस हत्या के इस मामले को आत्महत्या में बदल रही है। उनका आरोप है कि हत्या में विधायक के खास संदीप और राजप्रताप का हाथ है। परिजनों के अनुसार नातीराजा अहमदाबाद में एक कैंटीन में काम करता था। उस कैंटीन में संदीप का भाई कुलदीप भी काम करता था। उसकी दुर्घटना में मृत्यु हो गई। संदीप कहता था कि कुलदीप की हत्या नातीराजा ने की है और वह इसका बदला लेगा। इसी बात पर 4 फरवरी को संदीप और राजप्रताप ने नातीराजा से विवाद किया था। इसमें बाद में राजीनामा हो गया। 4 फरवरी की शाम को दोनों नातीराजा को घर पर बुलाने आए, लेकिन हमने कहा कि वह घर में नहीं है। इसके बाद जब सब लोग सो गए तब दोनों नातीराजा को बुलाकर ले गए और हत्या कर उसके शव को पेड़ पर लटका दिया।
टीआई प्रदीप वाल्टर का विवादों से पुराना नाता है। जब वे करैरा थाने में पदस्थ रहे तो उन पर जब्त डंपर को छोड़ देने का आरोप लगा। इस मामले में एसपी ने उन्हें निलंबित कर जांच शुरू करवा दी थी। इसके बाद एसपी और टीआई में ठन गई। विधानसभा चुनाव के दौरान टीआई वाल्टर ने ऑनलाइन रोजनामचे में एसपी पर महीने की बंधी मांगे जाने और भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में काम करने का आरोप लगाया था। इसके बाद सरकार बदल गई। इसके कुछ दिन बाद वाल्टर को फिर से खनियांधाना थाने की कमान सौंप दी गई।
मौत का कारण कुछ भी रहा हो, लेकिन मृतक के परिजनों के साथ तो सिंपेथी होनी चाहिए थी, लेकिन टीआई तो उन्हें गालियां दे रहे हैं। इस तरह का व्यवहार बिल्कुल भी ठीक नहीं है, इसलिए मंैने टीआई को सस्पेंड कर दिया।
राजेश हिंगणकर, एसपी शिवपुरी
वायरल वीडियो अधूरा है। मेरे बोलने से पहले उन लोगों ने काफी अभद्रता की, लेकिन वह हिस्सा कट कर दिया गया है। मेरा तो दूसरी बार सस्पेंशन हुआ है। यह तो ड्यूटी का पार्ट है।
प्रदीप वाल्टर, थाना प्रभारी खनियांधाना
मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं, न मेरा इस मामले से कोई लेना-देना है।
केपी सिंह, विधायक पिछोर