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अभी भी लकड़ी जलाकर चूल्हों पर बन रहा मध्याह्न भोजन

locationश्योपुरPublished: Jan 16, 2019 11:06:12 pm

आठ साल बाद भी 536 सरकारी स्कूलों में नहीं पहुंचे गैस कनेक्शनजिम्मेदारों की अनदेखी हो रही उजागर

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अभी भी लकड़ी जलाकर चूल्हों पर बन रहा मध्याह्न भोजन

श्योपुर. जहां एक तरफ केन्द्र सरकार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले प्रत्येक परिवार को मुफ्त गैस कनेक्शन उपलब्ध करवा रही है। वहीं दूसरी तरफ जिले के 536 सरकारी स्कूलों में अभी तक गैस कनेक्शन नहीं पहुंच पाए हैं।
यही कारण है कि इन स्कूलों में अभी भी लकड़ी और कंडे जलाकर चूल्हों पर बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है। हालांकि विभागीय अधिकारी गैस कनेक्शन से वंचित स्कूलों में गैस कनेक्शन जल्द पहुंचाए जाने की बात कह रहे हैं, मगर इस मामले में जिम्मेदार विभागीय अफसरों की अनदेखी उजागर हो रही है, क्योंकि स्कूलों को गैस कनेक्शन उपलब्ध कराने की योजना आठ साल पहले शुरू हो गई है, लेकिन अभी तक सभी स्कूलों में गैस कनेक्शन क्यों नहीं पहुंच सके हैं।

इसलिए शुरू की गई योजना

दरअसल मिडिल व प्रायमरी स्कूलों में बच्चों को मध्याह्न भोजन दिया जाता है। मध्याह्न भोजन बनाने के लिए किचन शेड स्कूल के पास ही बने हैं। यहां भोजन बनाते समय पारंपरिक चूल्हों से धुआं निकलता है, जिससे बच्चे प्रभावित होते हैं, क्योंकि धुएं के कारण बच्चों को फेफड़े संबंधी बामारियां होने का खतरा रहता है। शासन ने इन्हीं परेशानियों से बचाने के लिए मध्याह्न भोजन गैस चूल्हों पर बनाने की योजना बनाई। वर्ष 2011-12 में शासन द्वारा बनाई गई इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए दो टंकी का गैस कनेक्शन उपलब्ध करवाया गया।
599 स्कूलों में ही पहुंच पाए गैस कनेक्शन

यहां बता दे कि जिले में 1135 स्कूल संचालित हैं, जिनमें 855 प्रायमरी और 280 मिडिल स्कूल शामिल हैं। बताया गया है कि अभी तक 599 स्कूलों में ही गैस कनेक्शन पहुंचे हैं, जिनमें 416 प्रायमरी और 183 मिडिल स्कूल शामिल हैं। ऐसे में इन स्कूलों में ही मध्याह्न भोजन गैस चूल्हों पर बनाया जा रहा है। शेष स्कूलों में अभी भी पारंपरिक चूल्हों पर मध्याह्न भोजन बनाया जा रहा है।
यह आ रहीं परेशानियां

जिले के 439 प्रायमरी स्कूल और 97 मिडिल स्कूलों में अभी गैस कनेक्शन नहीं पहुंचा है। जिस कारण इन स्कूलों में मध्याह्न भोजन लकड़ी और कंडों से चूल्हा जलाकर बनाया जा रहा है। इससे एक तो यह परेशानी हो रही है कि मध्याह्न भोजन बनाते समय पूरे स्कूल परिसर में चूल्हों से उठने वाला धुंआ भर जाता है, जिससे बच्चों को श्वांस लेने में तकलीफ होती है। वहीं दूसरी परेशानी कई स्कूलों में मध्याह्न भोजन बनाने के लिए लकड़ी और कंडे नहीं मिल पाते हैं।
वर्जन
599 स्कूलों में गैस कनेक्शन पहुंच गए हैं। शेष स्कूलों में भी गैस कनेक्शन उपलब्ध करा दिए जाएंगे, इसके लिए कार्रवाई चल रही है।
एमपी सिंह, प्रभारी, एमडीएम जिला पंचायत, श्योपुर
03 ब्लॉक हैं श्योपुर जिले में
1135 मिडिल, प्रायमरी स्कूल हैं जिले में
599 स्कूलों में अभी तक पहुंचे गैस चूल्हे
536 स्कूलों में अभी नहीं पहुंचे गैस चूल्हे
51 स्कूलों में जल्द गैस चूल्हा पहुंचाने की तैयारी
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