जंडेल पिछले तीन चुनाव बसपा के टिकट पर लड़ चुके हैं और इसी वर्ष बसपा छोडकऱ कांग्रेस में शामिल हुए हैं। अपने जातिगत वोटों के समीकरण और गत चुनावों में दूसरे नंबर पर रहने के चलते टिकट पाने में सफल रहे जंडेल के टिकट पाने में सफल रहे। बताया गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह द्वारा जंडेल का नाम रखा गया, जिसक चलते सिंधिया के गढ़ में एक बार फिर दिग्गी ने सेंध लगाने की चर्चाएं है। वहीं सूची जारी होने और टिकट मिलने की सूचना आने के दौरान बाबू जंडेल अपने जाटखेड़ा निवास पर थे, जहां से अपने समर्थकों संग बड़ौदा रोड वाले निवास पर आए और यहां समर्थकों ने आतिशबाजी की और जश्न मनाया।
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टिकट मिलने का कारण: जातिगत वोट और बसपा छोडकऱ कांग्रेस में शामिल होना। mp election 2018 : चुनाव ड्यूटी से बचने कर्मचारी कर रहे है यह कार्य,फिर आए ये निर्देश
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली मुख्य समस्या
श्योपुर विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली क्षेत्र की मुख्य समस्या है। यहां जिला अस्पताल में सुविधाएं नहीं होने से लोग राजस्थान जाते हैँ। वहीं किसानों के लिए बिजली और पानी की समस्याएं भी स्थाई सी हैं।
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तटस्थ वोटर्स का कहना है…
क्षेत्र में काफी समस्याएं, इन समस्याओं को निराकृत कराए वही बेहतर उम्मीदवार है। मतदाता भी चाहता है कि उनका प्रतिनिधि योग्य व्यक्ति चुना जाए।
कमलेश मंगल, श्योपुर
उम्मीदवार चाहे कोई भी और किसी भी पार्टी से हो। उन्हें जीतने के बाद स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के काम पर विशेष जोर देना चाहिए।
शीला शर्मा, श्योपुर