बताया गया है कि नागदा के एक किसान से नागदा सहकारी संस्था ने गेहूं के भुगतान में से 49 हजार रुपए की राशि काट ली, जबकि संबंधित किसान फसल ऋण माफी योजना की पात्रता रखता है। इसकी शिकायत किसान ने बीते रोज श्योपुर आए सहकारिता मंत्री डॉ.गोविंद सिंह से की। जिसके बाद डॉ.सिंह ने संबंधित अफसरों केा जांच के निर्देश दिए। यही वजह है कि सहकारिता विभाग के अफसरों ने मामले को गंभीरता से लिया और केवल नागदा के किसान की ही जांच नहीं बल्कि गेहंू खरीदी करने वाली सभी 37 संस्थाओं की जांच का निर्णय लिया। जिसके तहत एआरसीएस ने जांच दल गठित कर दिए गए हैं।