दरअसल, पहला मामला 9 सितम्बर का है। जब भूरा रोड पर गाड़ी के दस्तावेज दिखाने को लेकर सपा विधायक नाहिद हसन व एसडीएम डॉक्टर अमित पाल शर्मा के बीच तीखी नोक-झोंक हो गई थी। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कोतवाली में विधायक के विरूद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया था। इससे पहले सरायं की भूमि पर खड़े होकर सपा विधायक नाहिद हसन ने भाजपा समर्थित व्यापारियों से सामान नहीं खरीदने की वीडियो वायरल की थी। दोनों मामलों में विधायक नाहिद हसन के विरूद्ध मुकदमा दर्ज हुआ था। साथ ही जनवरी 2018 में कैराना निवासी मोहम्मद अली ने भी सपा विधायक के विरूद्ध धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा झिंझाना में एसडीओ के ऊपर जानलेवा हमले में भी नाहिद हसन आरोपी बने थे।
उक्त चारों मुकदमों में पुलिस ने अदालत से गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद 23 सितंबर को एसपी अजय कुमार के नेतृत्व में पीएसी व आरआरएफ के जवानों के साथ कई थानों की पुलिस ने नाहिद हसन की कोठी मोहल्ला आलदरम्यान पर दबिश दी थी। इसके बाद विधायक की गिरफ्तारी नहीं होने व कोर्ट में भी पेश नहीं होने के कारण पुलिस ने नाहिद हसन के आवास पर सीआरपीसी 82 के नोटिस चस्पा कर दिये थे। उक्त मामलों में जिला एवं सत्र न्यायालय शामली ने नाहिद हसन की अन्तरिम जमानत खारिज कर दी थी, जिसके बाद सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन ने हाईकोर्ट की शरण ली। नाहिद हसन के विरूद्ध दर्ज दो मुकदमों में बुधवार को हाईकोर्ट में सुनवाई होगी। वहीं सोशल मीडिया पर नाहिद समर्थक जल्द वापस आ रहा नाहिद हसन आदि मैसेज वायरल कर रहे हैं। इस मामले में कोतवाली प्रभारी यशपाल धामा ने बताया कि सपा विधायक चौधरी नाहिद हसन की अग्रिम जमानत याचिका पर आज सुनवाई होंगी।