बता दें कि तीन दिन पूर्व किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने किसानों का बकाया गन्ना भुगतान तथा आवारा पशुओं से निजात दिलाए जाने की मांग को लेकर शामली कलक्ट्रेट में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। जिसमें किसानों ने गत दिवस गन्ना अधिकारियों को रातभर बंधक बनाए रखा। वहीं शुक्रवार को किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रदेश सरकार पर किसानों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए विरोध में अपने सिर का मुंडन कराया। इस दौरान किसान यूनियन के चौधरी जयपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह कुडाना, सचिन कौशिक ऊन तथा मनोज उर्फ कमांडों ने अर्द्धनग्न अवस्था में बैठकर जमकर नारेबाजी की और अपने सिर के बाल मुंडवाए। वहीं किसानों के विरोध को देखते हुए कई संस्थाओं द्वारा किसानों के धरने को समर्थन भी दिया गया।
इस दौरान किसानों ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने 20 जनवरी तक का समय दिया है। यदि भुगतान नहीं होता तो वह कलक्ट्रेट में महापंचायत आयोजित कर आर-पार की लड़ाई लड़ने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही शामली शुगर मिल गुरुवार रात्रि 9 बजे से बंद है। किसानों ने हंगामा व प्रदर्शन करते हुए बकाया गन्ना भुगतान न होने तक शुगर मिल फैक्ट्री को बंद कराया था। फैक्ट्री बंद होने से जहां शुगर मिल मालिकों को लाखों रूपये का नुकसान हो रहा है। वहीं किसान भी अपने ट्रैक्टर ट्राॅलिया शुगर मिल गेट पर खड़ी कर बैठे हैं। देर रात्रि किसानों से वार्ता को पहुंचे डीसीओ तथा शुगर मिल अधिकारियों को सैकड़ों किसानों ने भुगतान की मांग करते हुए डीसीओ और शुगर मिल अधिकारियों को बंधक बना लिया। जिसके बाद पूरी रात शुगर मिल अधिकारियों को किसानों के बीच काटनी पड़ी। किसानों का आरोप था कि शामली शुगर मिल पर 180 करोड़ रुपये का बकाया है। प्रदेश सरकार ने कई बार आश्वासन दिया, लेकिन भुगतान नहीं करा सकी है। इससे किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। अब किसान जब तक भुगतान नहीं होगा वह आन्दोलन पर बैठे रहेंगे। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि किसानों का भुगतान नहीं किया जाता तो वह शनिवार को पूरे जिले में जाम करेंगे।