दरअसल, वायरल हुए वीडियो में दिख रहा है कि यहां पांचवी कक्षा के दो छात्र प्रधानाचार्य की कुर्सी पर बैठकर स्कूल चला रहे हैं और स्कूल का जो प्रधानाचार्य है वो साइड में खड़ा होकर तमाशा देख रहे हैं।एक तरफ तो प्रदेश की योगी सरकार छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के दावे कर रही है, लेकिन शामली के जो शिक्षक है या यूं कहें कि शामली का जो शिक्षा विभाग है, वह सरकार की कार्यशैली पर बट्टा लगा रहे हैं। शामली जनपद के गाँव कैडी के प्राथमिक विद्यालय में पांचवी कक्षा के दो छात्र प्रधानाचार्य और अध्यापकों की कुर्सी पर बैठकर शिक्षा का मजाक बना रहे हैं और स्कूल के प्रधानाचार्य साइड में खड़े होकर तमासा देख रहे हैं। यह मामला तब प्रकाश में आया, जब एक दिन किसी ग्रामीण ने इस पूरे मामले का वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर वायरल कर इन शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई।
इस मामले में जब पत्रिका संवाददाता ने शामली के डीएम अखिलेश सिंह से बात की तो उनका साफतौर पर यही कहना है कि हम सरकार के एजेंडे के अनुरूप कार्यबद्ध हैं और सरकार की जो प्राथमिकता है उसी के अनुरूप काम कर रहे हैं। जो वीडियो प्रकाश में आया है प्रथमदृष्टिय अतिसंवेदनशील है, जिस के आधार पर जांच बैठा दी गयी है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है और प्रयास यही रहता है कि छात्रों से बेहतर से बेहतर शिक्षा दी जाए। डीेम साहब भले ही कोई भी तर्द दे दें, लेकिन हालात को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेहतर शिक्षा का दम भरने वाले किस तरह की शिक्षा दे रहे हैं। यह तो वीडियो देखकर साबित हो गया है। अब देखना यह होगा कि ऐसे में डीएम अखिलेश सिंह आरोपी शिक्षकों के खिलाफ क्या एक्शन लेंगे ।