शाजापुरPublished: Sep 09, 2018 12:50:01 am
Lalit Saxena
जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का अंबार है। यहां आने मरीजों को काफी परेशानी होती है। गर्भवतियों की सोनोग्राफी के लिए अस्पताल ने नया नियम लागू किया है।
जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का अंबार है। यहां आने मरीजों को काफी परेशानी होती है। गर्भवतियों की सोनोग्राफी के लिए अस्पताल ने नया नियम लागू किया है।
शाजापुर. जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाओं का अंबार है। यहां आने मरीजों को काफी परेशानी होती है। गर्भवतियों की सोनोग्राफी के लिए अस्पताल ने नया नियम लागू किया है। इसमें दो सोनोग्राफी जिला अस्पताल और एक सोनोग्राफी प्राइवेट में कराना अनिवार्य है। नहीं तो जिला अस्पताल में डिलीवरी नहीं कराई जाएगी। उक्त नियम के विरुद्ध आम आदमी पार्टी ने शनिवार को मुख्यमंत्री और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सिविल डॉ. एसडी जायसवाल को सौंपा।
जिला अस्पताल में सिर्फ गर्भवतियों की सोनोग्राफी की जाती है। यहां सोनोलॉजिस्ट नहीं होने से अन्य चिकित्सकों को ट्रेनिंग कराकर सोनोग्राफी कराई जा रही है। मशीनों का भी अभाव है। ऐसे में अस्पताल में आने वाली महिलाओं को पहले ही घंटों इंतजार करने के बाद बगैर सोनोग्राफी लौटना पड़ता है। कुछ महिलाओं का तो ५ से ८ दिन में नंबर आता है। ऐसे में नया नियम लागू होने से महिलाओं की परेशानी और बढ़ गई है। आप कार्यकर्ताओं ने बताया सरकारी अस्पताल में महिलाओं की सोनोग्राफी के लिए आला अधिकारियों ने काला कानून लागू कर दिया है। इससे शाजापुर के सरकारी अस्पताल में महिलाओं को काफी परेशानी से जूझना पड़ता। महिलाओं का कहना है अगर प्राइवेट अस्पताल में सोनोग्राफी कराती है तो उनकी सरकारी अस्पताल में डिलीवरी नहीं कराई जाती है। सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के लिए महिला की दो सोनोग्राफी सरकारी मांगी जाती है और एक प्राइवेट, तभी डिलीवरी हो सकती है।
शाजापुर जिला अस्पताल सोनोग्राफी की व्यवस्था के नाम पर जीरो है, सोनोग्राफी की एक ही मशीन है, जिसमें सोनियोलॉजिस्ट नहीं है। डॉक्टर को ट्रेनिंग करवाकर महिलाओं की सोनोग्राफी करवाई जाती है। महिलाओं को एक सप्ताह बाद सोनोग्राफी के लिए नंबर आता है। इस बीच किसी महिला की डिलीवरी हो जाती है तो उससे कहा जाता है आप की सरकारी सोनोग्राफी नहीं हुई आपकी डिलेवरी सरकारी अस्पताल में नहीं हो पाएगी। उसके बाद महिला को प्राइवेट अस्पताल में मजबूरी में डिलीवरी करवाना पड़ता है। ऐसी व्यवस्था का आम आदमी पार्टी पुरजोर से विरोध करती है।
ज्ञापन में ये समस्या भी बताई
सोनोग्राफी का समय सुबह ९ से दोपहर १ बजे तक है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाली महिलाओं की सोनोग्राफी नहीं हो पाती। साथ ही दांत के डॉक्टर, नाक, कान, गले, एलर्जी, चर्मरोग, सांस के डॉक्टर नहीं हैं। लंबे समय से इनके पद खाली हैं। जिला अस्पताल से निकलने वाली एक्स-रे रिपोर्ट भी कागज पर दी जा रही है। इससे शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के मरीजों को परेशानी उठाना पड़ती है या निजी अस्पतालों में उपचार कराना पड़ता है। आप पार्टी ने मांग की है कि 8 दिन सभी समस्याएं दूर की जाएं, नहीं तो पार्टी जन आंदोलन करेगी। जिला संयोजक विवेक शर्मा, विधानसभा प्रत्याशी जिया लाला, जिला सचिव संतोष मालवीय, वकील खान, प्रेमनारायण कुशवाह, जितेंद्र तोणगरिया, मोहन लाला पाटीदार, विकास, प्रभुलाला, जिला प्रवक्ता मोहन शर्मा आदि उपस्थित थे।