सेमीनार में मुख्य अतिथि के रूप में अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा उज्जैन संभाग डॉ. अर्पण भारद्वाज उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष विपुल कसेरा थे। सेमीनार की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. एसके तिवारी ने की। इस सेमीनार में की-नोट स्पीकर एवं प्राध्यापक प्रतिभा निकेतन कॉलेज नांदेड़ (महाराष्ट्र) डॉ. राउत श्रीमंत दशरथ, इमीनेंट स्पीकर एवं विभागाध्यक्ष वनस्पति शास्त्र शासकीय कालीदास महाविद्यालय उज्जैन डॉ. हरीश व्यास और प्रभारी प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय मोहन बड़ोदिया डॉ. बीएस विभूति ने शिरकत की। डॉ. भारद्वाज ने पर्यावरण को साफ स्वच्छ रखने पर जोर दिया, तो जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष कसेरा ने पर्यावरण को प्रदूषित होने से रोकने की अपील की। सेमीनार के की नोट स्पीकर डॉ. राउत ने पर्यावरण नियोजन पर अपना व्याख्यान दिया। इमीनेंट स्पीकर डॉ. व्यास ने पर्यावरण को धर्म एवं विज्ञान से जोडक़र अपना व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने प्रकृति को ही अपना घर बनाने के लिए प्रेरित किया। सेमीनार के द्वितीय इमीनेंट स्पीकर डॉ. विभूति ने पर्यावरण संरक्षण एवं भारत पर अपना व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने पर्यावरण को संरक्षित करने के कारगर उपायों की जानकारी प्रदान की। सेमीनार के संयोजक एवं रसायन शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अरुणकुमार बोड़ाने ने समस्त अतिथियों का परिचय एवं स्वागत भाषण देकर सेमीनार की थीम पर अपने विचार रखे। सेमीनार के सह संयोजक एवं कम्प्यूटर सांइस के विभागाध्यक्ष प्रो. प्रकाश बर्फा ने पर्यावरण नियोजन एवं पर्यावरण संबंधी समस्याओं पर अपने विचार रखे। सेमीनार में समस्त अतिथियों को डॉ. बोड़ाने एवं प्रो. बर्फा ने स्मृति चिन्ह भेंट किए। इस अवसर पर समस्त अतिथियों ने सेमीनार की सोविनियर बुक का विमोचन भी किया। सेमीनार का संचालन रसायन विभाग के सहायक प्राध्यापक प्रो. वीरेंद्र सिंह एवं डॉ. बीके सोलंकी के निर्देशन में एमएससी रसायन में अध्ययनरत छात्रा कु. साइमा एवं कु. रेणुका ने किया। साथ ही एमएससी रसायन में अध्ययनरत विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण सहभागिता की। सेमीनार के दौरान डॉ. वीपी मीणा, प्रो. शकीला खान, प्रो. मीनू गिडवानी, डॉ. अनिता यादव, डॉ. दिनेश निंगवाल, डॉ. आरसी चौहान, डॉ. पीएस परमार, डॉ. राजीवकुमार शर्मा, प्रो. अरविंद शर्मा, कम्प्यूटर ऑपरेटर ललित गोवा, नरेंद्र भाटी सहित महाविद्यालय का समस्त शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक स्टॉफ उपस्थित रहा।
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