साढ़े सात हजार करोड़ के नर्मदा-पार्वती लिंक प्रोजेक्ट में सिंचाई के लिए मिलने वाले पानी में किसानों को मोटर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। खेतों तक पाइप लाइन डाली जाएगी। इसमें ढाई हेक्टेयर में एक डक्ट बनाया जाएगा। यहां से पानी २० मीटर के दबाव से किसानों के पास पहुंचेगा। एमपीआरडीसी के अनुसार इतने दबाव से स्प्रिंकलर आसानी से चलेंगे।
६८ मेगावॉट बिजली और ९ पंप लगेंगे-आेंकारेश्वर से सीहोर व शाजापुर तक पानी पहुंचाने के लिए नौ स्थानों पर पंप लगाए जाएंगे। इन पंपों के माध्यम से पानी को लिफ्ट करवाया जाएगा। इसके लिए करीब ६८ मेगावॉट बिजली की खपत होगी।
चार चरण में इतनी मिलेगी सिंचाई सुविधा
प्रथम चरण राशि १७६०.६ करोड़ सिंचाई क्षमता ५० हजार हेक्टे.
द्वितीय चरण १७६०.६ करोड़
सिंचाई क्षमता ५० हजार हेक्टे.
तृतीय चरण राशि २०६५.८४ करोड़
सिंचाई क्षमता ५० हजार हेक्टेयर
चतुर्थ चरण राशि २०६५.८४ करोड़
सिंचाई क्षमता ५० हजार हेक्टेयर
चार चरण होंगे
नर्मदा-शिप्रा के बाद अब साढ़े सात हजार करोड़ से नर्मदा-पार्वती जुड़ेगी। चार चरणों में पूरी होनेे वाली योजना में सीहोर और शाजापुर के ३६९ गावों में पानी तथा २ लाख हेक्टेयर में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। प्रोजेक्ट का विस्तृत सर्वे कर जल्द ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आदिल खान, पीआरओ, एनवीडीए