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सीएम बोले- बेरछा को ये मिलेगी सौगात

locationशाजापुरPublished: Sep 16, 2018 11:27:43 pm

Submitted by:

Lalit Saxena

स्थानीय मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा- मैं उतावला और बेचैन हूं, आपकी सेवा करने के लिए, विरोध करने जा रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने रोका

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शाजापुर. करीब साढ़े 13 साल से मैं प्रदेश की जनता की सेवा में लगा हुआ है। बच्चे के कोख में आने से लेकर स्कूल और कॉलेज तक की पढ़ाई का पैसा मैं दे रहा हूं, लेकिन मैं फिर भी उतावला और बेचैन हूं, आपकी सेवा के लिए। मैं प्रदेश बदल रहा हूं। आने वाले सालों में किसी को भी बगैर भूमि के नहीं रहने दूंगा। इसके पास जमीन नहीं है उसे पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाउंगा।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ये बात मुख्यमंत्री जनआशीर्वाद यात्रा में बेरछा और आसपास के ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री ने कहा आने वाले दिनों में पांच एकड़ की भूमि के मालिक किसान भी संबल योजना में शामिल होंगे। स्थानीय मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा बेरछा को नगर पंचायत बनाया जाएगा। तिलावदी बांध की भी डीपीआर तैयार हो गई है। काम शुरू कराया जाएगा। प्याज और लहसुन की मिलाकर करीब 38 करोड़ रुपए की राशि शाजापुर जिले कि किसानों की बकाया है। आने वाली 22-23 सितंबर तक सभी के खातों में डाल दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा आने वाले 4 साल में सभी को पक्का मकान दे दूंगा, लेकिन हमारे ये प्रेम के रिश्ते की डोर मत टूटने देना। आने वाले दो माह में सभी घरों में बिजली पहुंचेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कांग्रेसी मुझे देखकर आगबबूला हो जाते हैं। मुझे वो वैश्या कहते हैं, लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि मेरे लिए वैश्या भी पूज्यनीय है। मैं उनके भी चरण पूजता हूं। वो भी मेरी बहन है। मंच पर मुख्यमंत्री के साथ मुख्य रूप से भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा, सांसद मनोहर ऊंटवाल, ऊर्जा विकास निगम अध्यक्ष विजेंद्रसिंह सिसौदिया, भाजपा जिलाध्यक्ष नरेंद्रसिंह बैस आदि मौजूद थे। मंच पर मुख्यमंत्री ने सबसे पहले कन्या पूजन किया। इसके पूर्व निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया।
3 घंटे देरी से पहुंचे, लोग होते रहे परेशान
यात्रा में सारंगपुर से हेलिकॉप्टर से बेरछा के तिलावद गोविंद के पास खेत में मुख्यमंत्री को तय कार्यक्रम के अनुसार दोपहर करीब 1 बजे पहुंचना था, लेकिन वे 3 घंटे की देरी से शाम 4 बजे पहुंचे। मुख्यमंत्री ने मंच से आमसभा को संबोधित करते हुए जंगल में मंगल करने की बात कहते हुए कहा कि जिस किसान के खेत में दौड़ लगाकर लोग मुझ तक मिलने पहुंचे थे उसकी फसल का नुकसान हुआ हो तो उसे दिखवा लेना। मुख्यमंत्री के देरी से पहुंचने के कारण यहां पहुंचे महिला, पुरुष और बच्चों को गर्मी में परेशान होना पड़ा। पानी की व्यवस्था के लिए भी लोग यहां-वहां भटकते रहे।
मेरी मदद करो मामाजी, मैं बहुत परेशान हूं
मुख्यमंत्री की सभास्थल पर बेरछा के गंभीर बीमारी से पीडि़त दिव्यांग गोविंद को परिजन हाथ में उठाकर लेकर पहुंचे। मुख्यमंत्री से गोविंद ने कहा मेरी मदद करो मामाजी मैं बहुत परेशान हूं। मेरा इलाज करवा दो। आज तक मुझे मदद नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने उसके सिर पर हाथ रखकर कहा कि मैं तुम्हारी मदद करूंगा। इसके अतिरिक्त सैकड़ों लोगों ने परेशानियों से संबंधित आवेदन मुख्यमंत्री को सौंपे। मुख्यमंत्री ने कहा जो काम अभी हो जाएंगे उन्हें पूरा कर देंगे, लेकिन कुछ काम ऐसे हैं, जिन्हें चुनाव के बाद किया जाएगा। समय लगेगा। करीब सवा घंटा रुकने के बाद शाम 5.15 बजे मुख्यमंत्री रथ पर सवार होकर लोगों का अभिवादन करते हुए रंथभंवर की ओर रवाना हो गए।
10 किमी पहले ही रोक लिया कांग्रेसियों को
मुख्यमंत्री के ग्राम तिलावद गोविंद के पास पहुंचने की सूचना मिलने के बाद कांग्रेसी दोपहिया वाहनों पर सवार होकर मुख्यमंत्री का विरोध करने के लिए दोपहर करीब ढाई बजे शहर से निकले। दुपाड़ा रोड पर सांपखेड़ा के समीप बैरिकेड्स लगाकर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने रोक लिया। पुलिस ने कांग्रेसियों को यहां से आगे नहीं जाने दिया। ऐसे में कांग्रेसी आगे बढऩे के लिए मशक्कत करते हुए नारेबाजी करने लगे। कांग्रेसियों ने यहां पर काले झंडे भी लहराए। सभी कांग्रेसियों को पुलिस वाहन में भरकर कोतवाली भेज दिया।
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