यह है पूरा मामला
आगरा यूनिवर्सिटी से संबंधित महाविद्यालयों से फर्जी बीएड उपाधि प्राप्त कर सूबे में 4570 शिक्षक नियुक्ति पा गए। इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा और जांच शुरू हुई। फर्जी बीएड डिग्री से शिक्षक बने नटवरलाल के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए। टेबुलेशन चार्ट से अधिक बीएड डिग्री निर्गत करने के साथ ही टेंपर्ड अंकतालिकाओं के जिले में 18 शिक्षक पकड़े गए। इसके बाद बीएसए ने 2017 में सभी को बर्खास्तगी के साथ वेतन रिकवरी का नोटिस जारी किए।
आगरा यूनिवर्सिटी से संबंधित महाविद्यालयों से फर्जी बीएड उपाधि प्राप्त कर सूबे में 4570 शिक्षक नियुक्ति पा गए। इसके बाद मामला कोर्ट में पहुंचा और जांच शुरू हुई। फर्जी बीएड डिग्री से शिक्षक बने नटवरलाल के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए गए। टेबुलेशन चार्ट से अधिक बीएड डिग्री निर्गत करने के साथ ही टेंपर्ड अंकतालिकाओं के जिले में 18 शिक्षक पकड़े गए। इसके बाद बीएसए ने 2017 में सभी को बर्खास्तगी के साथ वेतन रिकवरी का नोटिस जारी किए।
हाईकोर्ट पहुुंचे शिक्षक
आदेश के खिलाफ शिक्षक हाईकोर्ट चले गए। कोर्ट ने विभाग को सेवा के दौरान वेतन निर्गत के आदेश दे दिए। कोर्ट के आदेश के तहत सभी शिक्षक सेवा में बने रहने के साथ वेतन भी पा रहे हैं। लेकिन अब सेवा समाप्ति के अंतिम नोटिस के बाद उनकी विदाई तय है। इस मामले में बीएसए राकेश कुमार का कहना है कि यह निर्णय अंक तालिकाएं फर्जी साबित होने पर लिया गया। एसआइटी की जांच में सभी को दोषी पाया गया है।
आदेश के खिलाफ शिक्षक हाईकोर्ट चले गए। कोर्ट ने विभाग को सेवा के दौरान वेतन निर्गत के आदेश दे दिए। कोर्ट के आदेश के तहत सभी शिक्षक सेवा में बने रहने के साथ वेतन भी पा रहे हैं। लेकिन अब सेवा समाप्ति के अंतिम नोटिस के बाद उनकी विदाई तय है। इस मामले में बीएसए राकेश कुमार का कहना है कि यह निर्णय अंक तालिकाएं फर्जी साबित होने पर लिया गया। एसआइटी की जांच में सभी को दोषी पाया गया है।