शाहडोलPublished: Sep 26, 2018 12:55:33 pm
shivmangal singh
छात्र पूछ रहे कब से शुरू होगी पढ़ाई, प्रबंधन के पास नहीं है कोई जवाब
इन नई नवेली यूनिवर्सिटी में अटक गया छात्रों का भविष्य
शहडोल. पहले प्रवेश प्रक्रिया में और अब अतिथि विद्वानों की नियुक्ति में तीन माह का समय बीत गया और अभी तक पं. शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय में शैक्षणिक कार्य प्रारंभ नहीं हो पाया है। जिसके चलते छात्रों को अपने स्लेबस पूरा होने की चिंता सताने लगी है।
जिसकी एक प्रमुख वजह आगामी दिनो में होने वाले चुनाव को भी माना जा रहा है। विश्वविद्यालयीन गतिविधियां समाप्त होने के साथ ही यहां सेवा दे रहे नियमित प्राध्यापकों की चुनाव में ड्यूटी में लग जाएगी। ऐसे में यहां आने वाले छात्रों का अध्यापन कार्य पूरी तरह से अतिथि विद्वानों के हाथों में चला जाएगा। विश्वविद्यालय छात्र पढऩे पहुंच रहे हैं लेकिन उन्हे पढ़ाने वाला कोई नहीं है। आलम यह है कि छात्र प्राध्यापकों के पास आकर पूंछते हैं कि उनकी कक्षाएं कब से संचालित होंगी। प्राध्यापक भी अगले दिन से प्रारंभ होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं। वास्तवितकता इससे कहीं परे हैं प्रबंधन के पास न तो छात्र संख्या के आधार पर समुचित क्लास रूम ही है और न ही इतना स्टाफ ही है जो कि छात्रों को सम्हाल सके। स्थिति ऐसी है कि छात्र आए दिन विवि से निराश होकर लौट रहे हैं।
तीन माह से चल रही प्रक्रिया
पं. शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय में अध्यापन कार्य के लिए जुलाई माह से अतिथि विद्वानों की भर्ती को लेकर प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी जो कि अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। अभी भी अतिथि विद्वानों की आवश्यक्तानुसार नियुक्ति नहीं हो पाई है। उल्लेखनीय है कि विवि प्रबंधन द्वारा १६ जुलाई को लगभग ४६ सीटों के लिए आवेदन मंगाए गए थे। जिसके बाद लगभग डेढ़ माह का समय मैरिट लिस्ट तैयार करने में बिता दिए और 4 सितम्बर को मैरिट लिस्ट जारी कर 10 सितम्बर तक लिस्ट में आपत्ति दर्ज कराने की तिथि तय की गई। अब जब यह पूरी प्रक्रिया हो गई और अतिथि विद्वानों की सूची जारी हो गई तो अभी तक सभी विषयों के अतिथि विद्वान ज्वाइन ही नहीं किए। कुल मिलाकर सितम्बर माह भी बिना शैक्षणिक गतिविधियों के ही बीतने को है।
विवि में जिस तरह की स्थितियां निर्मित हो रहीं हैं उसे देखते हुए छात्रों का सेलेबस पूरा होता नजर नहीं आ रही है। अभी तक व्यवस्थित कक्षाओं का संचालन प्रारंभ नहीं हो पाया है। विधानसभा चुनाव की तैयारियां भी पूरे जोर शोर से प्रारंभ हो गई है। ऐसे में जब तक कक्षाओं का संचालन प्रारंभ होगा तब तक प्राध्यापकों की चुनाव ड्यूटी लग जाएगी। जिससे क्लास प्रभावित होगी। जिसके चलते प्रारंभ होने के साथ ही कक्षाएं एक बार फिर से लडख़ड़ा जाएंगी।