शाहडोलPublished: Sep 25, 2018 02:37:50 pm
shivmangal singh
आदिवासी अंचल में पेट्रोल की महंगाई से जनता हुई बेहाल, खेती के टाइम पर डीजल की महंगाई से पड़ रही मार
नाइंटी पर नॉट आउट पेट्रोल, उपभोक्ता हो रहे नर्वस
शहडोल. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में प्रतिदिन बढ़ोत्तरी होने की वजह से मुख्यालय में जहां एक ओर पेट्रोल का दाम 90 रुपए के पार हो गया। वहीं दूसरी ओर डीजल के दाम भी 80 रुपए पार होने को बेताब हो रहा है। पिछले एक सप्ताह के भीतर पेट्रोल की कीमत में 56 पैसे तो डीजल के दाम में 16 पैसे का उछाल आया है। इस सप्ताह जहां एक ओर पेट्रोल की कीमत बढ़ती ही गई है, वहीं दूसरी ओर डीजल का दाम पांच दिनो तक 79.49 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर बना रहा।
सोमवार को पेट्रोल की कीमत 90.22 रुपए और डीजल का दाम 79.65 रुपए रहा। इस प्रकार पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों ने हर वर्ग को प्रभावित किया है। अब तक के उच्च स्तर पर पहुंचे डीजल के दामों से जहां व्यवसाइयों व किसानों के चेहरे पर इसका असर दिखाई दे रहा है। वहीं पेट्रोल के बढ़ते दामों ने लोगों का बजट ही बिगाड़ दिया है। डीजल-पेट्रोल के दाम बढऩे से हर वर्ग परेशान है। जानकारों ने बताया है कि भविष्य में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर अभी कमी आने के कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे है। अगर इसी गति से रोजाना दाम बढ़ते रहे तो आगामी दिनों में पेट्रोल 100 रुपए और डीजल 90 रुपए प्रति लीटर की दर तक भी पहुंच सकता है। जानकारों का यह भी कहना है कि रुपये में गिरावट और ज्यादा एक्साइज ड्यूटी, पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की मुख्य वजहें हैं।
इस बीच सरकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल सहित अन्य बाहरी कारकों को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है। इस प्रकार पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए है।
यह तो सरकार का निर्णय है : छावड़ा
यह तो सरकार का निर्णय है, इसमें हम क्या कह सकते हैं। कच्चे तेल की बढ़ती कीमत ही पेट्रोल-डीजल बढ़ते दामों का मुख्य कारण है और यदि सरकार इसे कम कीमत में बेंचेगी तो नि:संदेह देश की आर्थिक व्यवस्था डगमगा जाएगी। वैसे डीजल-पेट्रोल की कीमतें बढऩे से मंहगाई पर इसका असर तो पड़ रहा है, मगर आम वर्ग पर इसका ज्यादा असर नहीं है। कीमतें इतनी नहीं बढ़ी हैं कि संपन्न वर्ग इसको सहन न कर सके।
इन्द्रजीत सिंह छावड़ा, जिला भाजपा अध्यक्ष शहडोल।
काटी जा रही जनता की जेब : आजाद बहादुर सिंह
उद्योगपतियों की जेबें भरने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाकर आम जनों की जेबें काट रही है। यह देश की आम जनता के साथ अन्याय है, क्योंकि पेट्रोल-डीजल से ही लोगों के दैनिक जीवन से जुड़ी उपयोगी सामग्रियों का परिवहन कार्य जुड़ा हुआ है। जब इसकी कीमतें बढ़़ेगीं तब अन्य दैनिक जीवन उपयोगी सामग्रियां भी मंहगी होगी और इसका सीधा असर आम जनजीवन पर पड़ेगा।
आजाद बहादुर सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष शहडोल।