script35 करोड़ के कर्ज में है नगरपालिका, हर साल देना पड़ता है 70 लाख रुपए ब्याज | municipality in debt of 35 crores, every year has to pay 70 lakh rupee | Patrika News

35 करोड़ के कर्ज में है नगरपालिका, हर साल देना पड़ता है 70 लाख रुपए ब्याज

locationशाहडोलPublished: Apr 13, 2018 11:04:20 am

Submitted by:

Akhilesh Shukla

पढि़ए पूरी खबर…

municipality in debt of 35 crores, every year has to pay 70 lakh rupee

शहडोल- जहां एक तरफ नगर के हाल बेहाल हैं, नगरपालिका अपनी ही लगभग 8 करोड़ से अधिक संपत्तिकर, किराया और जलकर की राशि वसूल नहीं पा रही है, वहीं लगभग 35 करोड़ रुपए के कर्ज में है, जिसका लगभग 70 लाख रुपए नगरपालिका को ब्याज के रूप में हर साल चुकाना पड़ रहा है। ऐसे में नपा जहां एक ओर कर्ज की राशि नहीं अदा कर पा रही, वहीं डीजल और पेट्रोल तथा मेंटीनेंस और खुद के वाहन तथा किराए के नाम पर करोड़ों रुपए सालाना खर्च करने का बजट में प्रावधान किया है।

ऐसे में नगर के विकास का सपना कैसे पूरा होगा जब नपा हुडको से लिए गए कर्ज की राशि नहीं अदा कर पा रही है। ऐसे में नपा की फिजूलखर्ची को लेकर लोगों द्वारा सवाल किया जाना लाजिमी है।

सड़क और पेयजल के नाम पर कर्ज
नपा द्वारा नगर के विकास और लोगों को आवागवन की सुविधा के नाम पर वर्ष 2012-13 में पाण्डवनगर की मॉडल सड़क और बुढ़ार चौक से बुढ़ार बाईपास तक मॉडल सड़क निर्माण के नाम पर हुडको से लगभग 11 करोड़ 55 लाख 43 हजार रुपए मुख्यमंत्री अधोसंरचना के नाम और मुख्यमंत्री पेयजल योजना के नाम पर 22 करोड़ रुपए कर्ज लिया था, लेकिन 5 साल बीतने के बाद भी उक्त कर्ज की राशि अदा करने में नपा को पसीने छूट रहे हैं। जबकि अब तक मुख्यमंत्री पेयजल योजना को पूरा भी नहीं किया जा सका है। और कर्ज की राशि का लगभग ७० लाख रुपए हर साल ब्याज के नाम पर देना पड़ रहा है। उक्त कर्ज की राशि नहीं अदा करने के कारण ब्याज की राशि साल दर साल बढ़ती ही जा रही है।

8 करोड़ रुपए बकाया
नगर पालिका अपने कर और किराए की राशि नहीं वसूल कर पा रही है। 31 मार्च तक नपा ने 1 करोड़ 42 लाख रुपए से अधिक की राशि की वसूली की है, लेकिन अभी भी नगर पालिका को संपत्तिकर की 1
करोड़ 16 लाख रुपए और समेकित कर की 62 लाख, दुकान नीलामी की लगभग 5 करोड़ रुपए और शिक्षा कर की 13 लाख, नगर विकास की 11 लाख रुपए, जलकर की 13 लाख 81 हजार सहित अन्य कर सहित मिलाकर लगभग 8 करोड़ रुपए की वसूली नहीं कर पा रही है। ऐसे में नगर विकास की परिकल्पना करना मुश्किल होगी।

की जा रही है वसूली
नगरपालिका सीएमओ बीएस चुतर्वेदी के मुताबिक नगरपालिका द्वारा आय के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, साथ ही बकाया कर की वसूली की जा रही है। हुडकों से सड़क और पानी की पेयजल व्यवस्था के लिए कर्ज लिया गया है। जल्द ही कर्ज की राशि जमा कराई जाएगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो