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मोबाइल और टीवी बच्चों को बना रहा आंखों का रोगी, हर दिन एक दर्जन बच्चे पहुंच रहे अस्पताल

locationशाहडोलPublished: Oct 10, 2019 09:18:35 pm

Submitted by:

amaresh singh

कुछ साल में बढ़ी है यह दिक्कत

Mobile and TV making children an eye patient

मोबाइल और टीवी बच्चों को बना रहा आंखों का रोगी, हर दिन एक दर्जन बच्चे पहुंच रहे अस्पताल,मोबाइल और टीवी बच्चों को बना रहा आंखों का रोगी, हर दिन एक दर्जन बच्चे पहुंच रहे अस्पताल

शहडोल। मोबाइल और टीवी की लत बच्चों की आंखों को खराब कर रहा है। मोबाइल और टीवी ज्यादा देर तक देखने के चलते उनकी आंखों में कई प्रकार की समस्याएं आ रही हैं। जिला अस्पताल के नेत्र विभाग में हर दिन करीब एक दर्जन बच्चे आंखों की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। युवा और बुजुर्ग हर दिन लगभग 50 की संख्या में नेत्र विभाग में आंखों की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास पहुंच रहे हैं। इनमें बच्चों की संख्या एक दर्जन के लगभग है तो युवाओं की संख्या भी करीब 8 से 10 है। बाकी बुजुर्ग लोग आंखों की समस्या से ग्रसित है। बच्चों में आंखों की बढ़ रही समस्या से डॉक्टर भी हैरान हैं। उनका कहना है कि विगत कुछ सालों में यह तेजी से बढ़ी है। हालांकि डॉक्टर्स काउसंलिंग भी कर रहे हैं।


आंखों में बढ़ रहा है स्ट्रेस
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ शोएब अरशद ने बताया कि आजकल बच्चे मोबाइल और टीवी पर काफी ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं। इसके चलते उनकी आंखों में स्ट्रेस बढ़ रहा है। जिससे उनकी आंखों में कई प्रकार की समस्याएं आ रही है। इनमें आंखों में जलन, आसूं आना, चिपचिपापन, आंखे लाल होना आदि शामिल है। इसके अलावा इसकी वजह से सिरदर्द की समस्या बढ़ रही है। इसकी वजह से उनके चश्मे का नंबर बढ़ रहा है। दरअसल मोबाइल और टीवी में हानिकारक किरणे रहती है, जो उनकी आंखों में समस्या पैदा कर रही है। बारिश के समय आंखों में संक्रमण भी बढ़ जाता है। इस संबंध में डॉक्टर शोएब अरशद ने कहा कि लगातार मोबाइल और टीवी देखने से बच्चों की आंखों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। आंखें खराब होने के साथ सिरदर्द की समस्या भी बढ़ रही है।

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