दोष किसका?
कलेक्ट्रेट में पुलिस कर्मचारियों को घटिया भोजन देने के लिए किसका जिम्मेदार ठहराया जाए? यह जांच का विषय है। साथ भविष्य में इस घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्ती से कार्रवाई करने की भी जरूरत है। पता चला है कि पैकेट में बासी भोजन डालने की वजह से ऐसा हुआ है। कई पुलिस कर्मचारियों ने बताया कि परीवा के दिन बाजार की लगभग सभी दुकानें भी बंद रही। जिससे वह बाजार में जाकर भोजन या नास्ता भी नहीं कर पाए, ऐसी दशा में उन्हे भूखे पेट ही ड्यूटी करनी पड़ी।
दोबारा मंगवाया भोजन
बताया गया है कि घटिया भोजन वितरण की जानकारी जब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, तब उन्होने दोबारा भोजन मंगवा कर वितरण कराया। इसमें काफी वक्त लग गया और पुलिस कर्मचारियों को बेसमय शाम को ही भोजन नसीब हो पाया और कई पुलिस कर्मचारियों ने शाम को भी भोजन नहीं किया।
इनका कहना है
चावल दूषित होने की जानकारी मेरे संज्ञान में आई थी। हमने सभी फूड पैकेट से से चावल हटवा दिया था। संबंधित ठेकेदार को दोबारा फूड पैकेट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। पुलिसकर्मियों को दोबारा फूड पैकेट दिया गया। अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं।
कुमार सौरभ, एसपी शहडोल