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छत्तीसगढ़ से फिर लौटा जंगली हाथियों का झुण्ड, जैतपुर वनपरिक्षेत्र के मड़सा गांव में मचाया उत्पात

locationशाहडोलPublished: Nov 19, 2018 06:56:54 pm

Submitted by:

shubham singh

बीस दिन पहले बहगड़ में उजाड़ी थी किसानों की फसल

group of wild elephants enter in Marasa village

group of wild elephants enter in Marasa village

शहडोल। छत्तीसगढ़ प्रदेश की सीमा से लगे जिले के वनपरिक्षेत्रों में जंगली हाथियों के झुण्ड की लगातार दहशत बनी हुई है। यहां छत्तीसगढ़ से आए 24 जंगली हाथियों के झुण्ड ने शनिवार और रविवार को मड़सा गांव के खेतों में खूब उत्पात मचाया। हाथियों का झुण्ड वनपरिक्षेत्र में एक महीने के भीतर दूसरी बार यहां पहुंचा है। जिसे कड़ी मशक्कत के बाद वन अमले ने रविवार शाम को फिर छत्तीसगढ़ की सीमा में खदेड़ दिया है। लेकिन ग्रामीणों में हाथियों के झुण्ड के वापस लौटने की संभावना से दहशत बनी हुई है।
बताया गया है कि यह हाथियों का झुण्ड पहली वार 22 आक्टूबर को जैतपुर वन परिक्षेत्र के बहगढ गांव में पहुंचा था। जिसकी दहशत से ग्रामीण घर से बाहर नहीं निकल रहे थे। वन अमले को इन हाथियों के झुण्ड को वापस छत्त्ीसगढ़ की सीमा में खदेडऩे तीन दिन से अधिक समय लगा था। तब तक किसानों के खेती किसानी के सब काम बंद रहे। अब वही हाथियों का झुण्ड शनिवार रात वापस फिर वनपरिक्षेत्र के मड़सा गाव में पहुंच गया । जो रात में किसानों की फसल तबाह कर दिए है।
मड़सा गाव के ग्रामीणों ने बताया कि मडसा गांव में शनिवार की रात लगभग दो दर्जन से अधिक हाथियों का झुंड किसानों की फसल बर्बाद कर दिया है। गांव के किसान करण सिंह बघेल,लाल नारायण बघेल, राजू यादव, लखन कहार, लाला प्रजापति और लाल मन कहार की फसल को हाथियों के झुंड ने तहस-नहस कर दिया है। हाथियों का यह झुंड रसमोहनी के पासबान बांध में पानी पीने भी गया था। हाथियों का दल रविवार को जैतपुर वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत कोरिया गांव के जंगल में देखा गया।
हाथियों के झुण्ड को वापस खदेडऩे वन अमला की फूली सास
बार-बार छत्तीसगढ़ की सरहद पार शहडोल वनवृत्त के परिक्षेत्रों में पहुंच रहे जंगली हाथियों के झुण्ड को आबादी क्षेत्र से वापस खदेडऩे में वन अधिकारियों की सास फूल रही है। वन अमले के पास जंगली हाथियों को खदेडऩे के लिए कोई आधुनिक तरकीब नहीं है। पहले बहगड़ फिर मड़सा के जंगल में पहुंचे हाथियों के झुण्ड को आग में मिर्च डालकर खदेड़ा गया है। वन अमला डण्डे के सहारे दिन भर हाथियों के झुण्ड को दिशा देता रहा। तब जाकर हाथियों के झुण्ड को पुन: दत्तीसगढ़ की सीमा तक खदेड़ा जा सका है। इन हाथियों के झुण्ड को खदेडऩे में 50 से अधिक वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी जुटे रहे। जिनमें सीसीएफ अशोक जोशी, वनमंण्डलाधिकारी प्रदीप मिश्र,एसडीओ आरपी शुक्ला, रेंजर बुढ़ार नयन पल्लवी और वनपरिक्षेत्राधिकारी जैतपुर सलीम खान शामिल है।
इनका कहना है
जंगली हाथियों के झुण्ड को 22 आक्टूबर को जैतपुर वन परिक्षेत्र से वापस छत्तीसगढ़ की सीमा में खदेड़ दिया गया था। शनिवार को फिर वही हाथियों का दल वन परिक्षेत्र के मड़सा गांव में पहुंच गया था। जिसे रविवार को वन अमले ने फिर वापस खदेड़ दिया है।
अशोक जोशी
सीसीएफ वनवृत्त शहडोल

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