किसानों को बदलनी होगी गुलामी की परिपाटी
शाहडोलPublished: Sep 25, 2018 08:35:49 pm
शहडोल पहुंची राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की अन्नदाता अधिकार यात्रा
Farmers must change the pattern of slavery
शहडोल. आजादी के ७१ साल बाद भी आज देश का किसान बदहाल व परेशान है। इसकी मुख्य वजह अंग्रेजों के जमाने से चली आ रही परिपाटी है, जिसे बदलने की बजाय हम उसको बढ़ाते चले गए है। जरूरत इस बात की है कि हमें इस परिपाटी को बदलकर नेताओं को उनकी औकात दिखानी होगी कि नेता देश के नौकर होते है और हम उनके मालिक है। इसलिए हर पांच साल में हमें सरकार बदलने का हौसला होना चाहिए। यह उद्गार जय सोमवार को स्तंभ चौंक में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ राष्ट्रीय संगठन मंत्री व युवा अध्यक्ष राहुल राज ने व्यक्त किया। वह संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा कक्का के नेतृत्व में पिछले १५ अगस्त को मंदसौर से निकाली गई अन्नदाता अधिकार यात्रा को लेकर सोमवार को शहडोल पहुंचे थे। उन्होने बताया कि चार प्रमुख मांगों को लेकर अन्नदाता अधिकार यात्रा निकाली गई है। जिसमें प्रमुख रूप से किसानों को फसल की लागत का डेढ़ गुना ज्यादा कीमत दिए जाने, किसानों का कर्जा माफ किए जाने, ५५ वर्ष से ज्यादा उम्र के किसानों को १८ हजार रुपए प्रतिमाह पेंशन दिए जाने और किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य तय किए जाने के बाद उसे ग्रहण करने की गारंटी दिए जाने की प्रमुख मांग है। इसके अलावा प्रदेश सरकार से यह मांग है कि मंदसौर काण्ड में किसान पुत्रों की मौत मामले में दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों खिलाफ एफआईआर कराई जाए। उन्होने कहा कि जिस दिन किसानों के अंदर नेताओं का कॉलर पकडक़र अपना हक मांगने का हौसला आ जाएगा। उस दिन से किसानों की हालत में सुधार भी आ जाएगा। दुर्भाग्य है कि नेताओं द्वारा हमें हमेशा पीछे करने का षडयंत्र किया गया है। जब गांव और शहर के मतदाताओं का वोट एक है तो दोनों की सुविधाओं में अंतर क्यों है? उन्होने बताया कि यात्रा का समापन आगामी २८ अक्टूबर को भोपाल में होगा। जहां किसान अपने शक्ति का प्रदर्शन करेगा। कार्यक्रम का संचालन शिम्पी अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री मनमोहन रघुवंशी, प्रदेश कार्यकारी सदस्य बाबूलाल पाटीदार, यात्रा के जिला संयोजक शुभदीप खरे, मो. जब्बार, अशोक गुप्ता, विद्यासागर सिंह, भागवत प्रसाद शर्मा, दीपेन्द्र द्विवेदी, नमिता मिश्रा, उदय सोनी, प्रकाश तिवारी, राजेन्द्र तिवारी सहित कई किसान मौजूद रहे।