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फिर एक बच्चे से हैवानियत, अफसर मामले को दबाने में लगे

locationशाहडोलPublished: Oct 31, 2018 12:31:41 pm

Submitted by:

shivmangal singh

मासूम को गर्म लोहे से दागा, कम वजन बताकर नहीं दिया इलाज, एनआरसी में भर्ती

shahdol

फिर एक बच्चे से हैवानियत, अफसर मामले को दबाने में लगे

शहडोल. आदिवासी अंचल में बच्चों से हैवानियत करने का मामला थम नहीं रहा है। बच्चों को अभी भी गर्म लोहे से दागा जा रहा है। पत्रिका के मामला उठाने के बाद चुनाव आयोग, कमिश्नर ने इस मामले को प्राथमिकता से लिया है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग और मैदानी अमले के अधिकारी छिपा रहे हैं। क्षेत्र में फैले कुपोषण और लचर स्वास्थ्य सुविधाओं के चलते इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं।
अनूपपुर के जैतहरी चोलना गांव में एक मासूम को इलाज के नाम पर गर्म लोहे से दागने का मामला सामने आया है। यहां अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। मामले को दबाने के लिए मासूम का कम वजन बताकर एनआरसी में भर्ती करा दिया है। चोलना गांव निवासी वेदप्रकाश विश्वकर्मा के चार माह के मासूम अर्जुन को सांस लेने में तकलीफ के साथ पेट फूल रहा था। जिसके बाद घर में ही मासूम को गर्म लोहे से हसिया से दाग दिया गया था। हालत बिगड़ी तो गांव के कई लोगों से संपर्क किया। जिसके बाद लगातार प्रकाशित हो रही खबरों को संज्ञान में लाते हुए एएनएम के माध्यम से अस्पताल लेकर पहुंचे, मामले को दबाने के लिए एनआरसी में भर्ती कर दिया गया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तर्क दे रहे हैं कि बच्चे का वजन कम था इसलिए एनआरसी में भर्ती कर दिया गया है। उधर सूत्रों की मानें तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कार्रवाई के डर से मामले को दबाने का पूरी तरह प्रयास कर रहे हैं।

कई बच्चों की हो चुकी है मौत
ग्रामीण और वनवासी इलाकों में खराब स्वास्थ्य सेवाओं और अंधविश्वास के चलते बच्चों को गर्म लोहे से दागा जाता है। इसमें हंसिया, सलाई और दूसरी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है। ग्रामीण इलाकों में कई इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं कि दागने के बाद बच्चों में इनफेक्शन फैल गया। उसके बाद उन्हें सही इलाज नहीं मिला, जिससे उनकी मौत हो गई। पत्रिका ने ये मामला उठाया तो प्रशासन ने इस मामले में कई कड़े कदम उठाए। इसके बावजूद मैदानी अमला अभी भी कोताही कर रहा है, जिसकी वजह से अभी भी बच्चों के दागने वाले केस सामने आ रहे हैं।


वजन कम होने से एनआरसी में भर्ती किया गया है। बच्चा स्वस्थ्य है। केस हिस्ट्री ली जा
रही है।
डॉ. आरपी श्रीवास्तव, सीएमएचओ अनूपपुर।

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