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लाखों खर्च, फिर भी कायम है बदसूरती

locationसिवनीPublished: Mar 27, 2019 12:24:41 pm

Submitted by:

sunil vanderwar

गोंडवाना शासनकाल में राजा दलपत शाह के नाम पर बना दलसागर

seoni

लाखों खर्च, फिर भी कायम है बदसूरती

सिवनी. शहर के मध्य में दलसागर तालाब है जिसे गोंडवाना शासन काल के राजा दलपत शाह ने बनवाया था। इसके चारों ओर पक्के घाट बने थे। वहीं दलसागर तालाब देखरेख के अभाव में गंदगी, दलदल में तेजी से तब्दील हो रहा है। तालाब को भी स्वच्छ रखने में नगर पालिका प्रशासन नाकामयाब साबित हो गया है। तालाब का एक हिस्सा ही लोगों को स्वच्छ नजर आता है बाकी के तीनों हिस्से गंदगी से अटे पड़े हैं।
बस स्टैण्ड से सोमवारी चौक का मार्ग तालाब के हिस्से की पार पर बना है। इस मार्ग के एक हिस्से में वाहन सुधारने वालों ने ताबड़ तोड़ कब्जा कर रखा है। वहीं मार्ग के दूसरे किनारे जहाँ तालाब की सुरक्षा के लिए लोहे की जालियां लगाई गईं हैं वहां दर्जनों वाहनों का सुधार कार्य रात-दिन चलता रहता है। वाहनों से निकलने वाला कीट, बेकार तेल तालाब में जाकर पानी को दूषित कर रहा है। वाहनों का जला हुआ ऑईल भी जल और मृदा प्रदूषण करने का कारक माना जाता है। इस लिहाज से उपयोग (जला) हुआ या वाहन से निकले हुए तेल का विनिष्टीकरण भी सुरक्षित विधि से किया जाना चाहिये।
दलसागर तालाब के सौंदर्यीकरण के लिये लाखों रुपये खर्च किये जा चुके हैं। पर्यटन विकास विभाग की ओर से तालाब के तीन हिस्सों में जाली भी लगायी जा चुकी है। वहीं तालाब को स्वच्छ बनाने के लिये नगर पालिका ने बोर्ड भी लगाया है जिसमें जुर्माने का प्रावधान है। इन सबके बावजूद खुलेआम तालाब को गंदा किया जा रहा है और इस मार्ग से अधिकारियों, कर्मचारियों समेत जन प्रतिनिधियों का आना-जाना सतत रूप से लगा रहता है। इसके बावजूद भी बदहाल हो रहे दलसागर तालाब की सुध कोई नहीं ले रहा है।
तालाब के किनारे गंदगी और वाहनों की धुलाई आदि से पानी जहाँ तेजी से दूषित हो रहा है वहीं तालाब में बड़ी संख्या में मछली पाली जा रहीं हैं। पानी के दूषित होने से मत्स्य पालकों को प्रति वर्ष हजारों रुपये की क्षति होती है। इस मामले की वे शिकायत भी करते हैं लेकिन नतीजा सिफर ही निकल रहा है।
पर्यटन विभाग ने तालाब को संवारने का जिम्मा अपने हाथों में तो लिया लेकिन वह भी पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया। इसके साथ ही समय – समय पर तालाब को स्वच्छ बनाने की कवायदें तो की जाती हैं लेकिन सारे कार्य महज औपचारिकताओं का मानों निर्वाह करते नजर आते हैं। ठोस नीति के अभाव में दलसागर तालाब तेजी से गर्त में जा रहा है। करोड़ों रूपये पानी में बहाने के बाद शहर के दलसागर तालाब की सूरत को संवारना व्यर्थ ही साबित होता दिख रहा है। नगर पालिका प्रशासन की उदासीनता के चलते दलसागर तालाब गंदगी के साए में ही प्रतीत हो रहा है।
इनका कहना है –
तालाब सौंदर्यीकरण और व्यवस्थित बनाए रखने के लिए नगरीय प्रशासन हरसंभव प्रयास करती है। जहां आवश्यकता होगी वहां अवश्य यथासंभव कार्य किया जाएगा।
शैलेन्द्र कौरव, प्रभारी सीएमओ सिवनी

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