एक वो हादसे वाला जुरतरा था, और एक ये है….
सिवनीPublished: Apr 18, 2019 11:33:55 am
ताला लगाकर दूसरे स्कूल खाना खाने जाते हैं बच्चे
एक वो हादसे वाला जुरतरा था, और एक ये है….
सिवनी. तीन महीने पहले सिवनी ब्लॉक के जुरतरा में २६ जनवरी को हृदय विदारक घटना घटी थी। खुले में पक रहे मध्यान्ह भोजन पर शिक्षक ने लापरवाही से कार चढ़ाकर आठ बच्चों को झुलसा दिया था। इसमें एक बच्ची की मृत्यु भी हो गई थी। इस हादसे के बाद प्रशासन ने सुधार के लिए जिले भर में आदेश-निर्देश तो जारी किए, लेकिन अमल नहीं हुआ। उस हादसे के तीन महीने बाद इसी ब्लॉक के दूसरे जुरतरा गांव के सरकारी स्कूल की हकीकत सामने आई है, जो खुद बयां कर रही है, कि प्रशासन और शिक्षा विभाग के अफसर महज आदेश-निर्देश की खानापूर्ति कर रहे हैं।
जनशिक्षा केन्द्र हिनोतिया के अंतर्गत शासकीय उन्नयन माध्यमिक शाला जुरतरा की प्रधानपाठक हेमलता घर्ते ने बताया कि इस शाला में ४० छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। शाला परिसर में जो हैण्डपम्प है, उससे फ्लोराइडयुक्त पानी आता है, यह पानी बच्चों के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। मध्यान्ह भोजन बनाने और बच्चों को परोसे जाने के लिए किचिन शेड नहीं है। ऐसी स्थिति में बच्चों का मध्यान्ह भोजन शाला से कुछ दूर प्राथमिक शाला परिसर में समूह द्वारा बनाया जाता है। वहीं बच्चों को भोजन के लिए लेकर जाते हैं और भोजन के बाद साथ लेकर आते हैं। किचिन शेड और पानी की उचित व्यवस्था के लिए प्रधानपाठक ने पूर्व में डीपीसी, बीआरसीसी और दूसरे अधिकारियों को लिखित-मौखिक बताया है, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
ये भी हैं समस्या, पर नहीं हुए काम –
बताया गया कि पिछले सत्र में ही यह शाला हेंडओवर हुई है। बाउंड्रीवॉल विहीन यह शाला भवन गांव की मुख्य सड़क के किनारे है। खुले में सड़क किनारे खेलते बच्चों के साथ हादसे की आशंका बनी रहती है। बरसात के दिनों में स्कूल परिसर में घुटने तक पानी और कीचड़ हो जाता है, पानी निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। इन समस्याओं को भी दूर करने किसी अधिकारी ने प्रयास नहीं किए।