सेंधवाPublished: Jul 10, 2019 10:50:51 am
vishal yadav
नाबालिग कर रहे शराब का अवैध परिवहन, जिम्मेदारों की लापरवाही से शराब माफिया सक्रिय, होटलों और ढाबों और किराना दुकानों पर पीने वालों के लिए है वीआईपी व्यवस्था, आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मौन स्वीकृति
Illegal liquor in Sendhwa
बड़वानी/सेंधवा. सेंधवा नगर सहित ग्रामीण अंचलों में अवैध धंधे फल फूल रहे है। पुलिस और आबकारी अधिकारियों की मौन स्वीकृति के चलते विदेशी शराब की अवैध बिक्री बेरोकटोक जारी है। खास बात तो ये है कि मुख्य क्षेत्रों सहित होटलों और ढाबों पर विदेशी शराब पीने वालों के लिए वीआईपी व्यवस्था है। जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही का आलम ये है कि नाबालिग बच्चे शहर में शराब की पेटियों का खुलेआम परिवहन कर रहे है। नियमों को ताक पर रखकर ठेकेदार और होटल संचालक चांदी काट रहे है। वहीं युवा शराब की लत में उलझते जा रहे है।
सेंधवा नगर के मैकेनिक नगर, पुराना बस स्टैंड, नया बस स्टैंड क्षेत्र, निवाली रोड सहित हाईवे पर करीब हर ढाबे पर विदेशी शराब बेची जा रही है। प्रतिदिन लाखों का व्यापार करने वाले ठेकेदार इस बात को भी तवज्जों नहीं देते। उनकी मनमानी से समाज के युवा शराब जैसी बुरी लत के शिकार होकर अपना जीवन बर्बाद कर रहे है।
पीने वालों के लिए है वीआईपी व्यवस्था
सेंधवा क्षेत्र के नगरीय इलाकों और हाईवे स्थित कई विधाओं पर पीने वालों के लिए विशेष व्यवस्था है। शाम होते ही होटलों और ढाबों में युवाओं की टोलियां पहुंच जाती है। यहां पर युवाओं को विदेशी शराब सहित मनपसंद ब्रांड की शराब आसानी से मिल रही है। होटल संचालक और ढाबा मालिक युवाओं को शराब परोस कर मोटी कमाई कर रहे हैं। ये पूरा धंधा अवैध रूप से कई वर्षों से चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मौन धारण किए है। पुलिस और आबकारी अधिकारियों की मौन स्वीकृति के चलते क्षेत्र में शराब का अवैध व्यापार फल फूल रहा है। कई बार अधिकारी दिखावे के लिए कुछ कार्रवाई कर देते है, लेकिन अवैध धंधों में लिप्त लोगों के खिलाफ अधिकारी सख्त कार्रवाई करने से हमेशा बचते रहे है। स्थानीय पुलिस अधिकारी नगर का बाजार तो रात 10 बजे के बाद बंद कराने निकल जाते है, लेकिन नगर सहित हाईवे पर चल रहे होटलों और ढाबों पर देर रात तक शराब और कबाब परोसने का धंधा चलता रहता है। जिस पर अधिकारी नरमी बरत रहे है। इससे पुलिस और आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। नगर में विदेशी शराब इतनी आसानी से उपलब्ध हो रही है कि युवा वर्ग के साथ ही अन्य लोग भी शराब के आदी होने लगे है। इससे समाज में कई परिवार बर्बाद हो रहे है।
किराना दुकानों पर मिल रही देशी-विदेशी शराब
सेंधवा विकासखंड सहित विकास खंडों में ग्रामीण क्षेत्रों में करीब हर किराना दुकान पर विदेशी शराब मिल रही है। विदेशी शराब रखने के लिए किराना दुकानों पर बकायदा हजारों रुपए के फ्रीजर खरीदे गए है। इनमें हर तरह के ब्रांड की विदेशी शराब आसानी से मिल जाएगी। नगर के हर बाहरी क्षेत्र में जैसे बलवाड़ी रोड, निवाली रोड, धनोरा रोड, जोगवाड़ा रोड आदि क्षेत्रों में किराना दुकानों पर विदेशी शराब बेची जा रही है। नगर के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से सेंधवा आने वाले लोग वापस जाते समय इन किराना दुकानों पर रुक कर शराब का सेवन करते है और फिर बाइक सहित अन्य वाहन चलाकर अपने घरों को पहुंचते है। हाईवे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली दुर्घटनाओं में अधिकतर वाहन चालक नशा में पाए जाते है। शाम के समय होने वाले अधिकतर हादसों में ऐसा देखने में आया है कि वाहन चालक नशे में रहते है। नशे में होने से कई वाहन चालकों की दुर्घटना में मौत तक हो चुकी है, लेकिन स्थानीय प्रशासन को इससे कोई लेना देना नहीं है। स्थानीय आबकारी विभाग के अधिकारी महुआ लहान सहित अन्य कार्रवाई के दौरान बकायदा प्रेस रिलीज करते हैं, लेकिन विदेशी शराब पर की जाने वाली कार्रवाई को वह कभी सार्वजनिक नहीं करते है। इससे अधिकारियों की पारदर्शी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। पिछले 2 वर्षों में आबकारी विभाग द्वारा विदेशी शराब की अवैध बिक्री पर कितनी बार कार्रवाई की है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है।
महिलाओं को होती है परेशानी
सेंधवा की शास्त्री कॉलोनी, तलावाड़ी, दावल बेड़ी, टैगोर बेड़ी, राम कटोरा क्षेत्र सहित कई लोगों द्वारा घरों और दुकानों में अवैध शराब परोसी जा रही है। शराब के आदि हो चुके लोग सुबह से शाम तक इन क्षेत्रों का चक्कर लगाते रहते है। ऐसे में इन क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं सहित आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है, लेकिन गुंडों के डर से कोई कुछ नहीं कहता है। इसलिए इन क्षेत्रों में अवैध धंधे चरम पर पहुंच गए है। जिले के तत्कालीन एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा और एसपी आशीष खरे ने मोहल्ला बैठकों के दौरान जब महिलाओं से समस्याओं के बारे में पूछा तो दावल बीड़ी की महिलाओं ने क्षेत्र में शराब की अवैध बिक्री का मुद्दा उठाया था। उस दौरान एसपी ने कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए थे, लेकिन बीट अधिकारियों की लापरवाही से अवैध धंधों पर कोई रोक नहीं लग पाई थी। वर्तमान में भी हालत जस की तस बनी हुई है। अभी भी कई क्षेत्रों में महिलाओं और युवतियों की सुरक्षा को लेकर कोई भी संस्था या अधिकारी चिंतित नहीं है। देशी और विदेशी शराब के आदि हो चुके कई युवा अपराधों में भी लिप्त हो रहे है। इससे नगर की सामाजिक व्यवस्था बिगड़ रही है।
चारपहिया वाहनों से होता है अवैध परिवहन
पुलिस और आबकारी विभाग की लापरवाही के चलते विदेशी और देशी शराब का अवैध परिवहन जोरों पर किया जा रहा है। ठेकेदारों द्वारा जिम्मेदारों के साथ मिलीभगत करके सेंधवा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में किराना दुकानों होटलों ढाबों पर विदेशी शराब की सप्लाई की जाती है। शराब का परिवहन करने के दौरान अनेक चारपहिया वाहन नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के कई चक्कर लगाते है, लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग के लापरवाह अधिकारियों को ये वाहन दिखाई नहीं देते। ऐसा नहीं है कि शराब का अवैध परिवहन किसी से छुपा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही के चलते अवैध व्यापारियों को मौन स्वीकृति मिल चुकी है। सेंधवा के तत्कालीन एसडीओपी उपाध्याय ने शराब माफियाओं की कमर तोड़ दी थी। उन्होंने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए नगर में अवैध रूप से परिवहन करते कई वाहन पकड़े थे। इस दौरान शराब का अवैध व्यापार करीब बंद हो चुका था, लेकिन उनके जाने के बाद शराब माफिया फिर से क्षेत्र में सक्रिय हो चुके है।
वर्जन…
सेंधवा सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में विदेशी और देशी शराब की अवैध बिक्री यदि हो रही है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वैसे विभाग समय-समय पर कार्रवाई कर अवैध गतिविधियों को बंद कराने का प्रयास करता है। हालांकि सूचना मिलने पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
-किशनसिंग मुजाल्दे, जिला आबकारी अधिकारी बड़वानी