आरएके कृषि महाविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएस तोमर ने बताया कि मौसम पूर्वानुमान के अनुसार आंशिक रुप से आसमान में हल्के बादल से मध्यम हल्के बादल छाए रहेंगे। दिन और रात्रि के तापमान में मामूली बढोत्तरी होगी। हवाओं की दिशा प्रारंभ में उत्तर पूर्व से और बाद के दिनों में पूर्व से रहेंगी, जिनकी गति सामान्य से अधिक 5.0 से 8.0 किमी प्रति घंटे रहने का अनुमान है। हालांकि जिले में बारिश की कोई संभावना नहीं है।
कृषि मौसम पर आधारित सलाह
कृषि महाविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ डॉ. तोमर ने बताया कि मौसम को देखते हुए फसल में पाला एवं भभूतिया रोग की संभावना है। किसान इसके नियंत्रण के लिए गंधक का तेजाव ( 93 प्रतिशत अम्ल) 0.1 प्रतिशत घोल या 1 लीटर अम्ल और 1 किलो ग्लूकोज 1000 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करें। 80 प्रतिशत सल्फर पाउडर का छिडकाव भी कर सकते है। सल्फर तत्व का प्रभाव 8-10 दिन तक रहता है, इसलिए10 से 12 दिन के अंतर से पुन: छिडकाव करें।
गेहंू की फसल को सुरक्षा की दरकार…
गेहूं की फसल 20 से 21 दिन की हो गई है। सिंचाई की जरूरत है, सिंचाई करने से पाले की संभावना कम होगी। बादलयुक्त मौसम रहने के कारण वातावरण में अधिक आद्र्रता और दिन-रात्रि के तापमान में गिरावट रहेगी। इस कारण फसल में जड़ माहो और दीमक के प्रकोप का अनुमान है। इसमें जगह-जगह चकत्ते में पौधे पीले पड़कर सूखने लगते है। बचाव के लिए क्लोरोपाइरीफॉस दवा 1.25 से 1.5 लीटर प्रति हेक्टर के मान के सिंचाई जल के साथ छिडकाव करें।