बच्चों के मन से उडऩ-छू हो गया अंग्रेजी का भूत…
शासकीय स्कूलों में अध्ययन करने वाले बच्चों में अधिकतर अंग्रेजी विषय का डर भूत बनकर डराता है। ज्यादातर बच्चे इस विषय में कमजोर नजर आते है। इसी के चलते शासकीय माध्ममिक शाला कोडियाछीतू में पदस्थ अध्यापक संजय सक्सेना ने चार पेज मार्गदर्शिका तैयार की है।
संस्कृत में बच्चा-बच्चा बन रहा विद्वान…
संस्कृत एक ऐसा विषय जिसका हर एक शब्द अच्छे-अच्छे विद्वानों की समझ से परे है। लेकिन ग्राम सेमली जदीद में एक हाईस्कूल ऐसा भी है, जहां शिक्षक नरेश मेवाड़ा लगन और मेहनत की बदौलत हर विद्यार्थी संस्कृत बहते पानी की तरह पढ़कर बोलता है।
सरकारी स्कूलों में कई अव्यवस्थाओं की शिकायतें हमेशा बनी रहती हैं, लेकिन एक शिक्षक ने स्कूल की तस्वीर ही बदलकर रख दी है। जी हां हम बात कर रहे हैं नसरूल्लागंज के ग्राम नाहर खेड़ा में स्थित शासकीय माध्यमिक शाला की, जो किसी निजी स्कूल से कम नहीं है।
हर कोई दूसरे से बदलाव की उम्मीद रखता है। हांज् अगर इसकी शुरूआत मैं से हो तो यह प्रयास पूरी तरह सार्थक है। आष्टा ब्लॉक के कचनारिया गांव में पदस्थ शिक्षक विक्रम सिंह मेवाड़ा, अंतर सिंह, कमल सिंह और शेख जुबेर स्कूल में ड्रेस पहन कर आते हैं।