पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली थाने के पुराने बस स्टैंड पर 23 मार्च को गंज निवासी अर्पणा पत्नी अविनाश वेशपायन उम्र 56 साल के साथ अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने चेन स्नेचिंग की वारदात को अंदाम दिया। पीडि़त की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो मोबाइल लोकेशन के आधार पर कालापीपल थाने के ढावलाधीर निवासी 12वीं के छात्र मनीष (17) पुत्र प्रभुलाल महेश्वरी, रामेश्वर पुत्र नर्मदा प्रसाद धनगर और अनिल पुत्र देवकरण धनगर की भूमिका संदिग्ध मिली। सोमवार को पुलिस ने सुबह करीब सात बजे ढावलाधीर गांव में दबिश देकर तीनों युवक को गिरफ्तार कर लिया। संदिग्ध छात्र मनीष महेश्वरी ने बताया कि कोतवाली थाने में दो पुलिसकर्मियों ने उसकी बुरी तरह से पिटाई की। लाठियों से इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया और इसके बाद दो पुलिसकर्मी जिला अस्पताल में भर्ती कराकर गायब हो गए। जिला अस्पताल में भर्ती छात्र का आरोप है कि पुलिस उसे जबरदस्ती फंसा रही है, इस प्रकरण से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
सीहोर में रहकर तीनों संदिग्ध करते हैं पढ़ाई
चेन स्नेचिंग के मामले में संदिग्ध तीनों युवक सीहोर में रहकर 12वीं की पढ़ाई करते थे। युवकों ने इंग्लिशपुरा में किराए पर कमरे ले रखे थे। किराए से अलग-अलग जगहों पर रहने वाले ये तीनों युवक 28 मार्च को 12वीं का अंतिम पेपर देकर अपने गांव कालापीपल थाने के ढावलाधीर चले गए, जहां पर पुलिस ने सोमवार सुबह दबिश दी और तीनों को हिरासत में ले लिया। मारपीट से बेहोश होने पर पुलिस ने एक को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है और दो से पुलिस अभी पूछताछ कर रही है।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने माना संदिग्ध
पुलिस की जांच में 12वीं के छात्र मनीष महेश्वरी के मोबाइल की लोकेशन वारदात के समय घटना स्थल की मिली है। पुलिस ने मोबाइल भी जब्त कर लिया है। पुलिस का तर्क है कि मामले की पूरी तस्दीक करने के बाद भी युवकों को उठाया गया है। पुलिस का तर्क है कि साइबर टीम ने गंभीरता से इस मामले की जांच की है। पुख्ता साक्ष्य हाथ लगने के बाद भी पुलिस ने युवकों को उठाया है।
वर्जन….
– पुलिस पूछताछ कर रही थी, तभी यह युवक भागने लगा। भागते समय ठोकर लगी और वह गिरकर बेहोश हो गया। परिजन ने बताया है कि उसे पहले से अंदरूनी चोट थी, इसलिए बेहोश हो गया है। वारदात में उपयोग किया गया युवक का मोबाइल पुलिस ने जब्त कर लिया है।
मनोज मिश्रा, टीआई कोतवाली सीहोर