शहर के पुराने हाइवे पर फोरलेन का आठ किमी का काम करीब २१ माह से चल रहा है। ४८ करोड़ की लागत से होने वाला निर्माण अब तक पूरा नहीं हो पाया है। करीब एक किलो मीटर का काम टुकड़े-टुकड़े में किया जा रहा है। निर्माण पूरा होने से पहले ही सड़क को खोखला किया जा रहा है। सड़क निर्माण वाले क्षेत्र में अब टेलीकॉम कंपनियों ने खुदाई शुरू कर दी है। जगह-जगह ड्रिलिंग के साथ ही सड़कों के नीचे खुदाई कर कमजोर किया जा रहा है। जितेन्द्र राजपूत कहते हैं कि बारिश का पानी भरने से सड़क के नीचे कटाव साफ तौर पर नजर आ रहे हैं। इस तरफ किसी का भी ध्यान नहीं है।
निर्माण से पहले नहीं आती याद
अक्सर देखने में आता है कि निर्माण कार्य से पहले न तो पाइप लाइन डालने का काम किया जाता है, न ही टेलीकॉम कंपनियां लाइनें डालती है। निर्माण होते ही अचानक अधूरे काम करने खुदाई शुरू हो जाती है।
तो करोड़ों की सड़क हो जाएगी खराब
खुदाई में बड़े-बड़े गड्ढो में पानी के कटाव से अंदर ही अंदर बिगड़ सकती है। कई जगह अब भी पेयजल लाइनें सड़क के नीचे ही दबी हुई है। अगर लाइन लीकेज होती है तो इसका असर सड़क के नीचे बने बैस पर भी पड़ेगा। मिट्टी के लगातार कटाव से सड़क कमजोर होकर धंस भी सकती है।
टेलीकॉम कंपनियां बगैर अनुमति के खुदाई कर रही हैं। इसे लेकर पहले भी कार्रवाई की गई थी। मामले को लेकर अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है।
सतीश शर्मा, ईई लोक निर्माण विभाग, सीहोर।