जानकारी के अनुसार एक साल पहले तत्कालीन नगर पालिका सीएमओ ईशांक धाकड़ के समय पीएम आवास योजना की करीब 1335 फाइल इंदौर की एक कंपनी को डाटा ऑनलाइन एंट्री करने के लिए दी गईं थी। फाइल अचानक नगर पालिका से गायब हो गई। पीएम आवास की फाइल गायब होने को लेकर हितग्राहियों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका। पहले तो पार्षदों ने मौखिक रूप से नगर पालिका अफसरों से आवास योजना की फाइल मंगाने की बात कही, लेकिन जब किसी ने नहीं सुनी तो 20 अगस्त को सीएमओ को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि तत्काल पीएम आवास की फाइलों की तलाश की जाए और फाइल नहीं मिलें तो तत्कालीन सीएमओ ईशांक धाकड़ सहित सभी जिम्मेदारों के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर कराई जाए।
पार्षदों की शिकायत को पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया, जिसे लेकर दूसरे दिन रात 8 बजे कुछ नगर पालिका के कर्मचारी और बाहरी व्यक्तियों की मदद से गुपचुप कुछ फाइल नगर पालिका पहुंचा दी गईं। रात को अचानक लोडिंग वाहन में भरकर फाइलों के नगर पालिका पहुंचने को लेकर कलेक्टर अजय गुप्ता ने नाराजगी व्यक्त करते हुए एडीएम को सात दिन में जांच रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
वर्जन….
– नगर पालिका से पीएम आवास की फाइलों के गायब होने और फिर रात को 8 बजे गुपचुप नगर पालिका पहुंचने को लेकर एडीएम को जांच करने के आदेश दिए हैं। एडीएम सात दिन में जांच रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अजय गुप्ता, कलेक्टर सीहोर