12 महीने बारिश का पानी भरा रहता है
शहर के 35 वार्डो में सवा लाख से अधिक की आबादी निवास करती है। पूरे वार्डो में देखा जाए तो करीब 100 से अधिक खाली प्लाट होंगे। इन प्लाटों की हालत यह है कि इनमें से कई में 12 महीने बारिश का पानी भरा रहता है। पिछले साल भी पानी भर गया था, जिसकी निकासी नहीं होने से बदबू मारकर सडऩे लगा है। इससे आसपास रहने वाले नागरिकों को समस्या हो रही है।
बीमारी की गिरफ्त में आ रहे हैं
वहीं मच्छरों का प्रकोप बढऩे से वह बीमारी की गिरफ्त में आ रहे हैं। इसकी लगातार अफसर-जनप्रतिनिधियों को शिकायत दर्ज करा रहे हैं। इसमें सुनवाई नहीं होने से उनमें आक्रोश बढ़ता जा रहा है। अब जरूर नगर पालिका की नींद खुली है और प्लाट मालिकों को नोटिस देने की बात कह रही है।
पत्रिका ने जाना कॉलोनियों के हाल
पत्रिका ने वार्ड क्रमांक 2 की देवनगर कॉलोनी में जायजा लिया तो नजारा चौकाने वाला मिला। लोगों ने बताया कि नगर पालिका ने आधी अधूरी नालियों का निर्माण कर खाली प्लाट को भी अनदेखा कर दिया है। इससे नालियों के साथ प्लाट में पानी भरा हुआ है।
बारिश के मौसम में तो घर तक में पानी भर जाता है, जिससे सामान खराब हो जाता है। लोगों ने बताया कि इस समस्या की कई बार अधिकारियों को शिकायत दर्ज करा चुके हैं, लेकिन सभी ने अनदेखा कर दिया है।
इधर नाले बनेंगे मुसीबत
शहर की कई कॉलोनियों में निकले नाले के नहीं बनने और कई जगह नालियों पर अतिक्रमण भी बारिश में लोगों के लिए दिक्कत पैदा करेगा। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों मंडी क्षेत्र के मनुबेन स्कूल के पीछे कॉलोनी में रहने वाली महिलाओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया था।
ज्ञापन में बताया था कि उनके घर के बीच से नाला निकला है। जिसके नहीं बनने से दिक्कत हो रही है। बारिश में नाला उफान आते ही घर में पानी भर जाता है। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को भी इसे लेकर अवगत कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई है।
कर्मचारियों की बनाई टीम
इधर बारिश से पहले नगर में नालियों और सड़कों की साफ सफाई करने नगर पालिका ने कर्मचारियों की टीम बनाई है। यह टीम विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिदिन पहुंचकर सफाई करने में लगी है। हालांकि कई जगह नालियों की साफ सफाई के बाद मलबे को उठाकर ले जाने की बजाएं कई कर्मचारी वहीं छोड़ रहे हैं। जिससे यह मलबा वापस नालियों में आ रहा है।
नोटिस देंगे
हमारी तरफ से शहर में नालियों की साफ सफाई करने टीम बनाई है। साथ ही जिन प्लाटों में पानी भरा है उनके मालिक को नोटिस जारी किया जाएगा। इसमें ध्यान नहीं दिया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दीपक देवगड़े, स्वच्छता प्रभारी नगर पालिका सीहोर