जब मामले की पोल खुली तो शिक्षा विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए शिक्षक को निलंबित करने के अलावा शिक्षक की करतूत पर पर्दा डालने वाले प्रभारी जनशिक्षक को भी निलंबित कर दिया है।
स्कूलों में पदस्थ शिक्षक बिना किसी खौफ के बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ करने से नहीं हिचक रहे हैं। जानकारी के अनुसार रेहटी तहसील के ग्राम देलावाड़ी के प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल संचालित है। प्राथमिक विभाग के प्रधानाध्यापक सैयद सोहराब अली ने अपनी जगह ग्राम की एक लड़की को बतौर शिक्षक के तौर पर नियुक्त कर लिया था। इस युवती को सोहराब अली 5 हजार रुपए महीना का मेहनताना दे रहे थे।
इसके साथ ही स्वयं खुद स्कूल से नदारद रहते थे। जानकारी के अनुसार यह सब पिछले दो साल से चल रहा था। हैरत की बात यह है कि स्कूल से गायब रहने के बाद भी नियमित रूप से स्कूल से सोहराब अली की उपस्थिति पंजी में शत-प्रतिशत हाजरी दर्ज हो रही थी।
मामले की पोल खुलने पर शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बुधनी बीआरसीसी ने जांच करते हुए पाया कि सोहराब अली ने अवैध रूप से युवती को पढ़ाने के लिए रखा है। डीइओ एसपी त्रिपाठी ने मामले को गंभीर पाते हुए शिक्षक सोहराब अली को निलंबित किया गया। इस युवती को सोहराब अली 5 हजार रुपए महीना का मेहनताना दे रहे थे।
इसके साथ ही प्रभारी जनशिक्षक कृष्णकांत तंवर को शिक्षक की करतूत पर पर्दा डालने तथा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत नहीं कराए जाने का दोषी पाते हुए निलंबित किया कर दिया। इसके अलावा रेहटी स्कूल के प्राचार्य राजेश और बीआरसीसी प्रदीप राजपूत की दो-दो वेतनवृद्धि रोकने कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।