भारत के वैज्ञानिक लगातार नए कीर्तिमान स्थापित करके देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं। जहां हाल हीं में मिशन शक्ति ( Mission Shakti ) को सफल बनाकर भारतीय वैज्ञानिकों ने ये बता दिया कि उनमें कुछ कर गुजरने की इच्छा शक्ति है, तो वहीं इसी कड़ी में भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन यानि इसरो ( Isro ) एक और कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। दरअसल, इसरो एमिसैट उपग्रह, अमेरिका, स्पेन समेत 28 देशों के उपग्रहों को श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित करेगा। इन 28 देशों के उपग्रहों को यहां से 1 अप्रैल को प्रक्षेपित किया जाएगा। ये जानकारी इसरो ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी, जिसमें बताया गया कि श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र में इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। ट्विटर पर इसरो ने पीएसएलवी सी-45 ( PSLVC-45 ) को सतीश धवन स्पेश सेंटर में प्रक्षेपण उड़ान से पहले अम्बिलिकल टॉवर ( Umbilical Tower ) पर रखे जाने की तस्वीर भी शेयर की। एमिसैट का वजन 436 किलोग्राम है, ऐसे में चेन्नई से 100 किलोमीटर उत्तर में एमिसैट और बाकी अन्य उपग्रहों को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन केंद्र के पीएसएलवी सी-45 रॉकेट केंद्र से प्रक्षेपित किया जाएगा।
भारत के वैज्ञानिक लगातार नए कीर्तिमान स्थापित करके देश का नाम ऊंचा कर रहे हैं। जहां हाल हीं में मिशन शक्ति ( Mission Shakti ) को सफल बनाकर भारतीय वैज्ञानिकों ने ये बता दिया कि उनमें कुछ कर गुजरने की इच्छा शक्ति है, तो वहीं इसी कड़ी में भारतीय अंतरिक्ष एवं अनुसंधान संगठन यानि इसरो ( Isro ) एक और कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। दरअसल, इसरो एमिसैट उपग्रह, अमेरिका, स्पेन समेत 28 देशों के उपग्रहों को श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित करेगा। इन 28 देशों के उपग्रहों को यहां से 1 अप्रैल को प्रक्षेपित किया जाएगा। ये जानकारी इसरो ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी, जिसमें बताया गया कि श्रीहरिकोटा के अंतरिक्ष केंद्र में इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। ट्विटर पर इसरो ने पीएसएलवी सी-45 ( PSLVC-45 ) को सतीश धवन स्पेश सेंटर में प्रक्षेपण उड़ान से पहले अम्बिलिकल टॉवर ( Umbilical Tower ) पर रखे जाने की तस्वीर भी शेयर की। एमिसैट का वजन 436 किलोग्राम है, ऐसे में चेन्नई से 100 किलोमीटर उत्तर में एमिसैट और बाकी अन्य उपग्रहों को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन केंद्र के पीएसएलवी सी-45 रॉकेट केंद्र से प्रक्षेपित किया जाएगा।