विज्ञान की भाषा में जिसे हम ‘बॉटम-अप’ कहते हैं उसमें मस्तिष्क अक्षरों को पहचानता है और वह प्रक्रिया जिसमें मस्तिष्क स्मृति की सहायता से उन शब्दों का अर्थ समझता है उसे ‘टॉप-डाउन’ कहा जाता है। नीदरलैंड के मैक्स प्लांक इंस्टीट्यूट फॉर साइकोलिंग्विस्टिक्स में हुए रिसर्च के बाद शोधकर्ताओं ने बताया कि बिना मस्तिष्क को खोले उसके भीतर विभिन्न परतों के बीच जाने वाले संदेश का मेज़रमेंट बेहद कठिन कार्य था। इसलिए उन्होंने मस्तिष्क की भीतर एक मिलीमीटर से भी पतली परतों की पड़ताल के लिए लैमिनर फंक्शनल मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एक विशेष प्रकार की एमआरआई तकनीक) का प्रयोग किया।
रिसर्च से पता लगा कि भीतरी परतों में टॉप डाउन प्रक्रिया की सूचना जबकि मझली परतों में बॉटम-अप की जानकारी प्राप्त हुई। इसके लिए वैज्ञानिकों ने एक प्रयोग किया जिसमें बाईस डच नागरिकों को उनकी भाषा के कुछ वास्तविक और कुछ बनावटी शब्द पढ़ने को दिए गए, जिस दौरान उनके दिमाग में चल रही प्रक्रिया का अध्ययन किया गया। मैक्स प्लांक इंस्टिट्यूट के रिसर्चर पीटर हागुर्ट ने बताया कि मस्तिष्क की ऊपरी सतह कोर्टेक्स मेंके साथ इस तरह का सफल प्रयोग पहली बार हुआ है, उन्होंने कहा कि भाषा विज्ञान और दिमाग की संरचना के बारे में जानने में इस अध्ययन से काफी मदद मिलेगी।