पूरी टीम में बस अकेली महिला वैज्ञानिक
मंगला मणि ने अंटार्कटिका में 403 दिन से ज्यादा से ज्यादा समय बिताया है। मंगला मणि 23 सदस्यों की टीम के साथ नवंबर, 2016 को भारत से अंटार्कटिका रिसर्च के लिए गई थीं। 23 सदस्यों की इस टीम में मंगला मणि अकेली महिला वैज्ञानिक थीं। जानकारी के अनुसार, मंगला दिसंबर, 2017 में अपनी रिसर्च पूरी करके वापस आई हैं। उन्होंने बताया कि अंटार्कटिका में समय बिताना आसान कार्य नहीं है बल्कि इस दौरान उन्हें बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। अंटार्कटिका में बहुत ज्यादा ठंड होती है, जिस कारण वहां पल-पल गुजारना भी भारी पड़ता है।
रिसर्च स्टेशन से बाहर का मौसम बहुत ज्यादा ठंडा होता है, इसलिए बाहर जाते वक्त बहुत ज्यादा सावधानी बर्तनी पड़ती थी, स्टेशन से बाहर 2-3 घंटे से अधिक समय बिताना बहुत ज्यादा मुश्किल है। स्टेशन वापस आकर गर्मी लेने की जरूरत सिर्फ 2-3 घंटे बाद ही पड़ जाती थी। मंगला जब रिसर्च के लिए अंटार्कटिका गई थीं तो वहां उनके साथ अन्य कोई भी महिला नहीं थी। यहां तक की अन्य रिसर्च सेंटर्स पर भी महिला नहीं थी। रिसर्च के दौरान टीम के सदस्यों ने उनकी काफी मदद की थी।