एसडीएम को बताई पीड़ा
जानकारी के अनुसार गुरुवार को मकसूदनपुरा पीएचसी से डॉ संजीव कुमार ने मलारना डूंगर में व्यवस्था संभाली। वहीं सीएमएचओ ने बामनवास से डॉ मुकेश कुमार को यहां लगाया, लेकिन शुक्रवार को वह नहीं पहुंचे। वहीं डॉ संजीव कुमार भी सुबह पौने नौ बजे अचानक ही कहीं चले गए। ऐसे में परेशान मरीजों ने सीएमएचओ व जिला प्रशासन को सूचना दी। इस पर उपजिला कलक्टर मनोज वर्मा सीएचसी पहुंचे। जहां उन्होंने थोड़ी देर में चिकित्सक आने का आश्वासन दिया। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा करीब सवा 10 बजे सवाईमाधोपुर कंट्रोल से डॉ. सुनील गर्ग व खिरनी पीएचसी से डॉ. राजमल को लेकर अस्पताल पहुंचे। तब जाकर मरीजों का उपचार शुरू हुआ। दोपहर को डॉ संजीव कुमार भी अस्पताल पहुंच गए और शाम की पारी में रोगियों का उपचार किया। इधर, डॉ राजेश ने मेडिकल अवकाश से लौटकर सीएमएचओ कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराई। जहां से उन्हें मलारना डूंगर में सेवा देने के लिए पाबंद किया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को मकसूदनपुरा पीएचसी से डॉ संजीव कुमार ने मलारना डूंगर में व्यवस्था संभाली। वहीं सीएमएचओ ने बामनवास से डॉ मुकेश कुमार को यहां लगाया, लेकिन शुक्रवार को वह नहीं पहुंचे। वहीं डॉ संजीव कुमार भी सुबह पौने नौ बजे अचानक ही कहीं चले गए। ऐसे में परेशान मरीजों ने सीएमएचओ व जिला प्रशासन को सूचना दी। इस पर उपजिला कलक्टर मनोज वर्मा सीएचसी पहुंचे। जहां उन्होंने थोड़ी देर में चिकित्सक आने का आश्वासन दिया। इसके बाद सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा करीब सवा 10 बजे सवाईमाधोपुर कंट्रोल से डॉ. सुनील गर्ग व खिरनी पीएचसी से डॉ. राजमल को लेकर अस्पताल पहुंचे। तब जाकर मरीजों का उपचार शुरू हुआ। दोपहर को डॉ संजीव कुमार भी अस्पताल पहुंच गए और शाम की पारी में रोगियों का उपचार किया। इधर, डॉ राजेश ने मेडिकल अवकाश से लौटकर सीएमएचओ कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराई। जहां से उन्हें मलारना डूंगर में सेवा देने के लिए पाबंद किया।
पांच पद स्वीकृत, लेकिन कार्यरत दो ही
मलारना डूंगर सीएचसी में पांच चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन यहां दो ही चिकित्सक लगा रखे हैं। दोनों के अवकाश पर जाने से व्यवस्था बिगड़ गई है। वहीं अस्पताल में जांच मशीनें तक खराब है।
मलारना डूंगर सीएचसी में पांच चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन यहां दो ही चिकित्सक लगा रखे हैं। दोनों के अवकाश पर जाने से व्यवस्था बिगड़ गई है। वहीं अस्पताल में जांच मशीनें तक खराब है।
इनका कहना है
मेरी किसी मरीज से बहस हो गई थी। मेरे साथ अभद्रता भी की गई। इस लिए में थाने गया था। सीएमएचओ से बात होने के बाद वापस आ गया। डॉ. संजीव कुमार, चिकित्सक
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मेरी किसी मरीज से बहस हो गई थी। मेरे साथ अभद्रता भी की गई। इस लिए में थाने गया था। सीएमएचओ से बात होने के बाद वापस आ गया। डॉ. संजीव कुमार, चिकित्सक
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मौसमी बीमारियों के चलते कुछ चिकित्सकों को कार्यव्यवस्था के तहत मलारना डूंगर लगाया था, वह नहीं पहुंचे। एक चिकित्सक शुक्रवार को मरीजों को देखते हुए अचानक अस्पताल से कहीं चले गए। ऐसे 4 चिकित्सकों के खिलाफ लापरवाही मानते हुए 17 सीसी नोटिस जारी कर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. तेजराम मीना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सवाईमाधोपुर
डॉ. तेजराम मीना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सवाईमाधोपुर