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खुदाई ने बिगाड़ी शहर की सूरत

locationसवाई माधोपुरPublished: Jul 12, 2019 08:56:55 pm

Submitted by:

Rajeev

गंगापुरसिटी . शहर में चल रहे सीवर लाइन के काम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सीवर का काम कर रही कम्पनी ने शहर की गलियों एवं सडक़ों को खोद तो दिया है, लेकिन उनकी मरम्मत की सुध नहीं ली है। ऐसे में हर रोज लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। खुदाई से न केवल गली-मोहल्ले, बल्कि शहर की मुख्य सडक़ों के भी हाल खराब है।

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खुदाई ने बिगाड़ी शहर की सूरत

गंगापुरसिटी . शहर में चल रहे सीवर लाइन के काम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। सीवर का काम कर रही कम्पनी ने शहर की गलियों एवं सडक़ों को खोद तो दिया है, लेकिन उनकी मरम्मत की सुध नहीं ली है। ऐसे में हर रोज लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। खुदाई से न केवल गली-मोहल्ले, बल्कि शहर की मुख्य सडक़ों के भी हाल खराब है।

लापरवाही का आलम यह है कि खुदाई के काफी दिनों बाद भी सडक़ों को रिपेयर करने की सुध नहीं ली जा रही। अब बारिश के बाद लोगों का यहां से निकलना तक मुश्किल हो गया है। सडक़ पर जगह-जगह जानलेवा गड्ढे होने से बच्चे, महिला एवं बुजुर्ग आए दिन हादसों का शिकार हो रहे हैं। साथ ही बड़े वाहन आए दिन इनमें धंस रहे हैं। शहर की पुरानी अनाज मंडी एवं हायर सैकंडरी रोड आदि जगहों पर ट्रक, टैक्टर एवं टैम्पो आदि के धंसने की घटनाएं हो चुकी हैं। शुक्रवार को भी राउमावि के मैन गेट के सामने पत्थरों से भरा टै्रक्टर धंसकर पटलने से बाल-बाल बचा। गनीमत रही कि इस दौरान आस-पास कोई राहगीर नहीं था। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।

दावों से परे भौतिक स्थिति


नगरपरिषद का कहना है कि शहर में कम्पनी की ओर से शहर में कुल 82 किलोमीटर सडक़ खोदी गई है। इसमें से 80 किलोमीटर सडक़ की मरम्मत की जा चुकी है। इसमें 41 किमी पक्की सडक़ एवं 39 किमी कच्ची सडक़ शामिल हैं। हालाकि शहर की गलियों में भौतिक स्थिति देखने के बाद ये दावे गले नहीं उतर रहे। शहर के कई हिस्सों में पक्की सडक़ को खोदकर गड्ढे भरने के नाम पर खुदाई में निकले मलबे को ही बेतरतीब तरीके से भर दिया गया है। साथ ही सडक़ मरम्मत करने वाले स्थान पर भी बगैर फाउंडेशन के गड्ढे भरने से आए दिन वाहन धंस रहे हैं।

शर्तों के अनुसार करना था काम


निविदा कम्पनी को काम की शर्तों के अनुसार करीब 300 मीटर हिस्सा खोदकर वहां पाइप लाइन बिछाकर खुदे हुए हिस्से को जस का तस करना था। इसके अलावा जिस जगह खुदाई की जा रही है, वहां यदि निर्माण पक्का है तो उसे पक्का तथा कच्चे हिस्से को कच्चे की तरह मरम्मत करना था। ठेकेदार ने सडक़ों को पक्का करना तो दूर कई गलियों में तो समतल तक नहीं किया है।

एसडीएम लगा चुके फटकार


सीवर लाइन डालने के दौरान बरती जा रही लापरवाही के संबंध में लोगोंं की ओर से कई बार शिकायत मिलने के बाद एसडीएम विजेन्द्र मीना ने नाराजगी जताते हुए काम को शर्तों को अनुसार करने की हिदायत दी थी। इतना ही नहीं विभागीय समीक्षा बैठक में भी एजेन्सी प्रतिनिधियों को तलब कर फटकार लगा चुके हैं। इसके बाद भी स्थिति में ज्यादा सुधार नजर नहीं आया है।

नहीं चेते तो होगी स्थिति गंभीर


सडक़ों की बिगड़ी सूरत से बारिश में हादसा हो सकता है। सीवर लाइन खुदाई के दौरान कई जगह शौचालय के गड्ढों को भी जेसीबी ने उखाड़ दिया। बाद में ठेकेदार ने लाइन डालकर गड्ढों को मलबे से ढंक दिया। ऐसे में पिछले दिनों हुए हल्की बारिश के बाद मिट्टी धंसने से वापस गड्ढों का मुंह खुल गया। इस तरह की परेशानी श्रीजी मंदिर क्षेत्र की कॉलोनियों में आ चुकी है। लोगों ने एडीएम एवं परिषद प्रशासन को इसकी शिकायत की थी। शिकायत के बाद ठेकेदार ने पक्की मरम्मत नहीं करते हुए पिछली बार की तरह ही इसे मलबे से भर दिया। लोगों का कहना है कि यदि इसमे सुधार नहीं किया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है।

जलदाय विभाग को दिए मरम्मत के निर्देश


एसडीएम विजेन्द्र कुमार मीना ने शुक्रवार को जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एईएन एवं अमृत जल परियोजना के अभियंता को तलब कर सडक़ों की मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि कम्पनी की ओर से 27 किमी राइजिंग लाइन एवं 70 किमी वितरण लाइन बिछाई गई है। इस दौरान खोदी गई सडक़ों की मरम्मत नहीं करने से लोगों को असुविधा का सामना करना करना पड़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों को शीघ्र उच्च गुणवत्तापूर्ण मरम्मत कार्य कर अवगत कराने के लिए कहा। इस पर एईएन ने १५ जुलाई तक शहर में अमृत जल योजना के तहत खोदी गई सडक़ों की मरम्मत कराने की बात कही है।
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