गंगापुर उपखंड में फल-सब्जी की खेती कम ही होती है। ऐसे में यहां बाहर के शहरों से सब्जियां पहुंचती है। यहां गुजरात एवं मध्यप्रदेश से सब्जियों के पैकेट आते हैं। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लोग मलारना डूंगर में रेलवे की पटरियों पर जम गए हैं। ऐसे में इस मार्ग से रेल संचालन ठप है। रेल मार्ग ठप होने से शनिवार को यहां सब्जियां नहीं पहुंचीं। शहर में सब्जियों की पूर्ति सडक़ मार्ग से आने वाले वाहनों के जरिए हुई। सब्जी विक्रेताओं का मानना है कि अभी सब्जियों की पूर्ति सहज हो रही है, लेकिन रेल मार्ग ज्यादा दिन तक बाधित रहा तो सब्जियों की कमी आ सकती है। वहीं इनके भावों में भी इजाफा हो सकता है।
नहीं पहुंचीं किताब
गंगापुरसिटी से रेल मार्ग के जरिए कोटा एवं भरतपुर के बयाना के लिए किताबों के बंडल जाते हैं, लेकिन शनिवार को यहां ट्रेन नहीं पहुंचने के कारण यह बंडल यहीं रखे रहे। इसके अलावा बाहर जाने के लिए बुक की हुई रखीं दो मोटरसाइकिल एवं दो पैकेट पूजा सामग्री भी बुकिंग कार्यालय में रखी हुई हैं, जो गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहीं।
प्रतिदिन 10 हजार का नुकसान
गुर्जरों के रेलवे ट्रेक पर अड़े रहने से जहां यात्रियों को असुविधा हो रही है। वहीं सामान भी नियत स्थान तक नहीं पहुंच पा रहा है। इससे रेलवे के बुकिंग कार्यालय को करीब दस हजार रुपए प्रतिदिन का नुकसान हो रहा है। आलम यह है कि बुकिंग कार्यालय ने आंदोलन को देखते हुए अब बुकिंग भी बंद कर दी है।
यहां से आती हैं सब्जियां
बड़ोदरा
रतलाम
भवानी मंडी
नागदा
कोटा
इनका कहना है
ट्रेनें नहीं चलने के कारण सामान नहीं पहुंच पा रहा है। वहीं बाहर से सब्जियां भी यहां नहीं आ पा रही हैं। ट्रेन नहीं चलने के कारण फिलहाल बुकिंग भी बंद कर रखी है। इससे रेलवे को प्रतिदिन करीब १० हजार रुपए के नुकसान का आंकलन है।
– जाफर अली, चीफ क्लर्क रेलवे पार्सल कार्यालय गंगापुरसिटी