जिले में 24 घंटों में औसत 313 मिमी बारिश ढील, मानसरोवर, गिलाईसागर, नागोलाव बांध झलके बनास में डिडायच पुलिया पर दो फीट पानी मोरेल बांध में 29 फीट पानी, जल्द चलेगी चादर शिवाड़ का शिवालय सरोवर भरा, गांव का संपर्क कटा दूब्बी के निकट बनास भी उफान पर तेज बारिश से कई गांवों के रास्ते कटे
शहर के लटिया नाले में दिनभर रहा उफान रणथम्भौर क्षेत्र में जल स्रोत भी जलमग्न 17 गांवों को अलर्ट जारी अलर्ट के अनुसार सवाई माधोपुर तहसील के सेवती कलां, खंडार तहसील के सेवती खुर्द, धर्मपुरी, पाली और बोहना को सर्वाधिक प्रभावित गांवों की सूची में रखा गया है। इसी प्रकार सवाई माधोपुर तहसील के आकोदिया, धीरोली, अजीतपुरा, करमापुरा एव खंडार तहसील के मीणा खेड़ी, जयलाल पुरा, नरबला, सोनकच्छ, गंडावर, बडवास, बागोरा एवं आकोदा को आंषिक प्रभावित गांवों की सूची में रखा गया है।
शहर के लटिया नाले में दिनभर रहा उफान रणथम्भौर क्षेत्र में जल स्रोत भी जलमग्न 17 गांवों को अलर्ट जारी अलर्ट के अनुसार सवाई माधोपुर तहसील के सेवती कलां, खंडार तहसील के सेवती खुर्द, धर्मपुरी, पाली और बोहना को सर्वाधिक प्रभावित गांवों की सूची में रखा गया है। इसी प्रकार सवाई माधोपुर तहसील के आकोदिया, धीरोली, अजीतपुरा, करमापुरा एव खंडार तहसील के मीणा खेड़ी, जयलाल पुरा, नरबला, सोनकच्छ, गंडावर, बडवास, बागोरा एवं आकोदा को आंषिक प्रभावित गांवों की सूची में रखा गया है।
जिला कलक्टर डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि चम्बल नदी का गेज सवाई माधोपुर जिले की पाली गेज साइट पर शुक्रवार को सुबह 197.60 मीटर था, जो बढ़कर दोपहर में 199 मीटर हो गया। चम्बल नदी का खतरे का निशान 198 मीटर है। ऐसे में चम्बल नदी खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है।
चम्बल किनारे गांवों में बढ़ाई सुरक्षा : चम्बल नदी में पानी की आवक जारी है। प्रशासनिक अधिकारी भी शुक्रवार को दिनभर चम्बल किनारे बसे गांवों में पहुंचे। सुबह छह बजे जिला कलक्टर डॉ.एसपी सिंह व तहसीलदार मनीराम खींचड़ ने सेवती गांव सहित अन्य गांवों में पहुंच हालातों का जायजा लिया। बारिश के बाद सेवंती गांव में घरों में पानी-पानी हो गया।
बनास रपटे पर भरा पानी : तेज बारिश से बनास नदी रपटे से तेज गति से पानी बह निकला। ऐसे में आवागन बाधित रहा। इसके अलावा शिवाड़ में स्टेशन रोड पर बड़े अस्पताल के पास रपटे से भी तेज गति से दिनभर पानी बहता रहा। पानी भरने से सवाईमाधोपुर से जयपुर जाने वाले रोडवेज बस, ग्रामीण बसों में यात्रियों को परेशानी हुई।
बांधों में चली चादर : जिले में बारिश के बाद चार बांधों में चादर चली है। जिले के ढील बांध में 2 फीट एक इंच, मानसरोवर में एक इंच, गिलाई सागर में 4 इंच एवं नागोलाव में 1 इंच की चादर चली है।