नहीं किया निराश
धनतेरस पर इस बार अच्छी दुकानदारी की उम्मीद लगाए बैठे व्यापारियों को ग्राहकों ने निराश नहीं किया। इस दौरान ग्राहकों ने मोलभाव भी किए, लेकिन दुकानदारों ने दामों में कमी नहीं की। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार धनतेरस पर २० करोड़ से अधिक का कारोबार होने का अनुमान है। इस दौरान बाजारों में पुलिस गश्त करती रही। ग्राहकों की भीड़ चलते कई बार जाम के हालात पैदा हो गए। लोग गलियों से होकर गुजरे तो वहां भी जाम की हालत झेलने पड़े।
बर्तन दुकानों पर उमड़ी भीड़
पुरानी मान्यताओं के अनुसार अधिकांश लोगों ने धातु की खरीद की। इसके चलते बर्तनों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही। स्टील बर्तन जहां 150 रुपए से 200 रुपए के भाव थे, वहीं ताम्बा का दाम 800 रुपए किलो तक रहा। अधिकांश लोगों ने घरेलू उपयोग में काम आने वाले बर्तनों की खरीद की। एक बार शुरू हुई ग्राहकी का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। दुकानदारों ने स्वयं की दुकान के अतिरिक्त पड़ोस की दुकान में भी सामान जमा बर्तनों की बिक्री की।
इलेक्ट्रोनिक्स की भी मांग
बाजारों में इलेक्ट्रोनिक्स उत्पाद की भी मांग रही। कम्पनी की ओर से उत्पादों पर स्कीम का ऑफर ने भी लोगों को खरीदारी के लिए आकृषित किया। वाशिंग मशीन, आटा चक्की, गीजर व मिक्सी की अधिक बिक्री हुई। इसके अलावा अन्य इलेक्ट्रोनिक्स उत्पादों ने भी ग्राहकों को लुभाया।
दुपहिया व ज्वैलरी में बूम
धनतेरस पर दुपहिया वाहनों व ज्वैलरी की भी अच्छी ग्राहकी हुई। खासकर पुराने कलदार, चांदी के लक्ष्मी-गणेशजी, नारियल सहित महिला ज्वैलरी की मांग अधिक सामने आई। लोगों की मांग का अनुमान लगा ज्वैलर्स ने पर्याप्त स्टॉक रखा। वहीं ऑटोमोबाइल्स में बाइकों ने युवाओं को काफी लुभाया। एक अनुमान के अनुसार शहर में 500 से अधिक दुपहिया वाहनों की बिक्री हुई है। इसके अलावा ट्रेक्टर व अन्य वाहनों की भी बिक्री हुई।
एक नजर में आंकड़े
20 करोड़ से अधिक बिक्री का अनुमान
50 लाख के बर्तन बिके
20 दुकानें है इलेक्ट्रोनिक्स की
800 रुपए किलो बिके ताम्बा बर्तन
700 रुपए का पुराना कलदार