scriptचम्बल खतरे के निशान से नीचे, बनास का वेग भी हुआ कम | Below Chambal danger mark, Banas velocity also reduced | Patrika News

चम्बल खतरे के निशान से नीचे, बनास का वेग भी हुआ कम

locationसवाई माधोपुरPublished: Aug 18, 2019 11:33:15 am

Submitted by:

rakesh verma

चम्बल खतरे के निशान से नीचे, बनास का वेग भी हुआ कम

chambal

chambal

सवाईमाधोपुर. लगातार बारिश से उफान पर आए नदी-नालों में शनिवार को पानी की आवक कम होने से उनके वेग पर अंकुश लगा। इससे चम्बल खतरे के निशान से नीचे बही। अमूमन यही हाल बनास व मोरेल नदी का भी रहा। हालांकि बारिश का दौर जारी रहा और जिले में सुबह आठ से शाम पांच बजे तक कुल 106 मिमी बारिश दर्ज की गई। जल संसाधन विभाग के सहायक अभियंता सुरेश भूपरिया ने बताया कि चम्बल का गेज शुक्रवार रात 200 मीटर तक पहुंच गया। पानी का बहाव खतरे के निशान से दो मीटर ऊपर तक था। वही शनिवार को गेज 195.75 मीटर रहा। जलस्तर में सवा चार मीटर की गिरावट आई। इसी प्रकार बनास नदी में 20 से 30 सेंटीमीटर पानी उतरा। इधर, जिला कलक्टर ने चम्बल किनारे बसे प्रभावित गांवों का दौरा किया और अधिकारियों को हर चार घंटे में चम्बल के जलस्तर की रिपोर्ट कलक्ट्रेट कार्यालय में देने के निर्देश दिए।

बामनवास विधायक ने लिया जायजा
मोरेल बांध में पानी की आवक 30.5 फीट हो चुकी है। ऐसे में मोरेल नदी के आस-पास बसे गांवों को अलर्ट कर दिया है। इधर, जलस्तर बढऩे के बाद शनिवार को बामनवास विधायक इंदिरा मीना ने मोरेल बंाध का जायजा लिया। पुलिस बल एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारी भी लगातार बांध की निगरानी के लिए तैनात है। बांध की कभी भी चादर चल सकती है। ऐसे में शनिवार को बांध पर भीड़ को देखते हुए पुलिस ने वाहनों रोक दिया और आगे नहीं जाने की हिदायत दी।

चंबल जलस्तर का जायजा लेने पहुंचे कलक्टर
जिला कलक्टर डॉ. एसपीसिंह ने खंडार उपखण्ड के प्रभावित गांवों का दौरा कर चंबल के जल स्तर का जायजा लिया। उन्होंने सेवती, धर्मपुरी, पाली आदि गांवों से संवाद कर जलस्तर बढऩे की स्थिति में सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी। इस दौरान मौके पर मौजूद उपखंड अधिकारी खंडार रतनलाल अटल, तहसीलदार अनूप सिंह को व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

चला रिमझिम का दौर
जिले के कई हिस्सों में शनिवार को झमाझम तो कहीं रिमरिझम बारिश की बूंदे बरसती रही। बारिश से शहर से लेकर गांवों की सड़कों का सम्पर्क टूट गया। नदी-नाले उफान पर आने से लोगों को भारी परेशानी हो रही है। जिला मुख्यालय पर कॉलोनियों व निचले स्थानों पर जलभराव होने से भी लोग परेशान है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो