स्थानीय जनप्रतिनिधि तथा कार्यकर्ताओं की राय के आधार पर ही कार्य होने चाहिए। उन्होंने कहा कि बामनवास के रहने वाले आईएएस अधिकारियों की भरमार हैं और यदि अधिकारी ऐसे ही कामकाज में दखल देते रहेंगे तो इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरेगा। इसका नुकसान भी पार्टी को उठाना पड़ सकता है। विधायक ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वसुंधरा सरकार के साढ़े चार साल के शासनकाल में पिछले बीस बरसों की तुलना में कहीं अधिक कार्य हुए हैं। मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान कार्यकर्ताओं के अनुशासन का अच्छा फीडबैक जाना चाहिए। अधिकाधिक संख्या में कार्यकर्ता कार्यक्रम में उपस्थित हों तथा उनको राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं का पूरा ज्ञान होना चाहिए।
इससे पूर्व बैठक को सीएमओ से आए माधोराम चौधरी ने संबोधित किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के जनसंवाद कार्यक्रम की रूपरेखा एवं तौर तरीकों के बारे में अवगत कराया।उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री बूथ अध्यक्षों एवं कार्यकर्ताओं से संवाद करने के बाद उनकी समस्याओं से संबंधित प्रार्थना पत्र लेगी। कोई भी कार्यकर्ता को मौखिक रूप से समस्या बताने का मौका नहीं दिया जाएगा। संबंधित अधिकारी मौके पर ही मौजूद रहेंगे। इससे मौके पर ही समस्याओं का निदान हो सकेगा। जनसंवाद कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के लिए वाहनों की व्यवस्था की गई। बूथवार जिम्मेदारियां दी।
बैठक में भाजपा जिला महामंत्री राजेन्द्र मीना, बौंली मंडल अध्यक्ष हनुमंत दीक्षित, विधानसभा क्षेत्र प्रभारी सुशील दीक्षित, सभी मंडल अध्यक्षों ने भी विचार व्यक्त किए।
विधायक द्वारा कार्यकर्ताओं से समस्याओं संबंधी प्रार्थना पत्र मांगने के बाद कई कार्यकर्ताओं की ओर से ज्ञापन दिए गए। इनमें सर्वाधिक ज्ञापन नए हैण्डपम्प लगवाने के रहे। अमावरा के पूर्व सरपंच देवीशंकर शर्मा ने डूंगरपट्टी क्षेत्र में पेयजल संकट की समस्या उठाई। विभागीय अधिकारियों को शिकायत करने के बाद भी अधूरे टयूवबैलों की खुदाई कराकर उनको चालू नहीं किया जा रहा है। कई कार्यकर्ताओं ने उपखण्ड क्षेत्र के गांवों में रोडवेज बस सेवाएं शुरू न होने का उलाहना देते हुए बसें शुरू कराने की गुहार लगाई।