जारी हुआ विवादित आदेश लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग मंत्रालय ने 15 मार्च को एक पदस्थापना आदेश जारी किया। आदेश के मुख्य भाग में मेडिकल विशेषज्ञ सहित स्त्री रोग विशेषज्ञ और शल्य क्रिया विशेषज्ञ को विभिन्न जिला अस्पतालों का सिविल सर्जन घोषित करते हुए नवीन पदस्थापना जारी की। लेकिन इसके नीचे पृथक से एक और पदस्थापना जारी की। जिसमें लिखा गया कि डॉ मनोज शुक्ला मेडिकल विशेषज्ञ जिला चिकित्सालय सतना, जिनका भी चयन संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं के प्रस्तावानुसार सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक हेतु किया गया है, की पदस्थापना यथावत रखी जाती है। यही पृथक पदस्थापना आदेश स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। इस आदेश को डॉ शुक्ला मान रहे हैं कि उन्हें सिविल सर्जन जिला अस्पताल सतना बनाया गया है। लेकिन मौजूदा सिविल सर्जन डॉ केएल सूर्यवंशी इसकी अलग व्याख्या करते हुए डॉ शुक्ला को सिविल सर्जन का प्रभार नहीं सौंप रहे हैं।
डॉ शुक्ला ने सीएमएचओ से मांगे दिशा निर्देश मौजूद सिविल सर्जन डॉ सूर्यवंशी द्वारा डॉ शुक्ला के साथ सहयोगात्मक रवैया न अपनाते हुए सिविल सर्जन का प्रभार तो सौंपा नहीं साथ ही उन्हें मेडिकल विशेषज्ञ के रूप में कार्य संपादित करने कहा। इसे लेकर डॉ शुक्ला ने सीएमएचओ से दिशा निर्देश मांगे। लेकिन सीएमएचओ भी यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि जिला अस्पताल का सिविल सर्जन कौन है? लिहाजा उन्होंने अब स्वास्थ्य आयु्क्त को पत्र लिख कर मार्गदर्शन मांगा है कि जिला अस्पताल का सिविल सर्जन किसे माना जाए।