पुलिस अधीक्षक तरुण नायक ने पुलिस सभागार में रूबरू होते हुए कहा कि करीब 6 माह से गुमने वाले मोबाइलों की जो सूचना लिखित रूप से विभिन्न थानों को मिली थी। उसके आधार पर साइबर सेल टीम ने मोबाइल से संबंधित सभी जानकारियों को बारीकियों के साथ ट्रेस करना शुरू कर दिया। जिन गुमें मोबाइलों का लोकेशन साइबर सेल ने ट्रेस किया। पुलिस टीम ने वहां पहुंचकर संबंधित व्यक्ति से पूछताछ के बाद गिरा मिलने की जानकारी पाने पर उसे अपनी सुपुर्दगी में ले लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 51 गुमे मोबाइल जो विभिन्न थाना क्षेत्रों से संबंधित लोगों के हैं। उन्हें सोमवार को ही सूचित किया गया था कि अपनी रसीदें एवं सूचना रिपोर्ट दिखाकर पुलिस के कब्जे से प्राप्त कर सकते हैं।
पुलिस के कब्जे में मौजूद गुमे मोबाइल में अमिलिया थाना क्षेत्र का 1, चुरहट 5, बहरी 2, चितरंगी 2, कोतवाली सीधी 33, कमर्जी 4, रामपुर नैकिन 3, रीवा 1 शामिल हैं। गुमें मोबाइलों की दस्तयाबी में साइबर सेल के प्रदीप मिश्रा, आनन्द कुशवाहा के साथ सूबेदार भागवत पाण्डेय, एएसआई संतोष पाण्डेय, आरक्षक आजाद खान की प्रमुख भूमिका रही।
पुलिस द्वारा जब्त किए गए महंगे मोबाइल सेटों में दो आरक्षकों के भी मोबाइल शामिल है। सिटी कोतवाली थाना में पदस्थ आरक्षक आनंद शर्मा का मोबाइल सेट 6 महीने पहले उत्कृष्ट विद्यालय क्रमांक-1 के समीप गिर गया था। वहीं पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक आशीष चौहान का मोबाइल सेट करीब एक माह पहले शहर के गांधी चौक में गिर गया था। मोबाइल सेट लेने आए कई लोगों ने गुमे महंगे मोबाइल सेट के फिर हाथ में आने पर अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मिलने की उम्मीद पूरी तरह से खत्म हो चुकी थी। लेकिन पुलिस की कड़ी मेहनत का नतीजा ही रहा कि फिर से उनके हाथ में गुमे सेट आ चुके हैं।