गिरफ्तारी से भड़का आक्रोश
कारण सीधी व रतलाम में वाहन पर पथराव के बाद सतना पुलिस हिटलर शाही दिखाते हुए। सीएम के विरोध से पहले ही सैकड़ों नेताओं को नजरबंद किया गया है। कई लोगों को गिरफ्तार कर थाने में बैठाया है। इस घटना के बाद सर्व समाज में चौतरफा विरोध है। पूरे जिले का सर्व समाज लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ है। पुलिस-प्रशासन सरकार के इसारे पर लोगों के विरोध को कुचल रही है।
कारण सीधी व रतलाम में वाहन पर पथराव के बाद सतना पुलिस हिटलर शाही दिखाते हुए। सीएम के विरोध से पहले ही सैकड़ों नेताओं को नजरबंद किया गया है। कई लोगों को गिरफ्तार कर थाने में बैठाया है। इस घटना के बाद सर्व समाज में चौतरफा विरोध है। पूरे जिले का सर्व समाज लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ है। पुलिस-प्रशासन सरकार के इसारे पर लोगों के विरोध को कुचल रही है।
आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों के घरों में पुलिस की दबिश
आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों के यहां पुलिस दबिश दे चुकी है तो एक दर्जन से ज्यादा लोगों को उनके घरों और कार्यस्थलों से उठा कर थाने में बैठा लिया गया है। सीएम कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो इसलिए यह प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किए जाने की बात पुलिस कर रही है। उधर सर्व समाज संघर्ष समिति के अरुण द्विवेदी नेता मोहनिया, शारदा शुक्ला, भैया सिंह, संजय सिंह को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आई है।
आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों के यहां पुलिस दबिश दे चुकी है तो एक दर्जन से ज्यादा लोगों को उनके घरों और कार्यस्थलों से उठा कर थाने में बैठा लिया गया है। सीएम कार्यक्रम में किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो इसलिए यह प्रतिबंधात्मक कार्रवाई किए जाने की बात पुलिस कर रही है। उधर सर्व समाज संघर्ष समिति के अरुण द्विवेदी नेता मोहनिया, शारदा शुक्ला, भैया सिंह, संजय सिंह को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सामने आई है।
ज्यादातर लोग भूमिगत मामले में समिति की ओर से जारी बयान में कहा गया कि भयभीत मुख्यमंत्री की पुलिस निर्दोष लोगों को अंग्रेज जमाने की तरह उठा रही है। एट्रोसिटी एक्ट का विरोध अंतिम स्तर तक जारी रहेगा और विरोध से सीएम को अवगत कराया जाएगा। पुलिस ने विरोध का रुख भांप कर कई कांग्रेसी नेताओं और कुछ अन्य प्रदर्शनकारियों के यहां भी दबिश दी। लेकिन अंदेशा होने के कारण ज्यादातर लोग भूमिगत हो गए हैं। इसे लेकर पुलिस की पेशानी में बल हैं कि कहीं इनके द्वारा सीएम कार्यक्रम में कोई व्यवधान न पैदा कर दिया जाए।