उन्होंने कहा कि यह पहली बैठक है, इसलिए अभी आप लोगों द्वारा बताई गई प्रगति ही देख रहे हैं। अगली बैठक से इन आंकड़ों में प्रगति परिलक्षित होनी चाहिए। रामपुर, उचेहरा, मझगवां में ब्लड स्टोरेज सेंटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर सतेन्द्र सिंह, निगमायुक्त अमनवीर सिंह, प्रभारी जिपं सीईओ साधना परस्ते सहित सभी विभागों के जिला प्रमुख मौजूद रहे।
सीएमएचओ ने सफाई दी समीक्षा के दौरान जब सीएमएचओ से प्रगति की स्थिति पूछी तो सीएमएचओ ने सफाई दी कि फीडिंग सही नहीं होने से प्रगति नहीं दिख पा रही। हमने ऑपरेटरों को नोटिस भी दिया है। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर की। कहा, यही बात आप टीएल बैठक में भी बोलते हैं। जबकि आपको कहा गया है कि जनपद में आपरेटर हैं, पंचायतों में जीआरएस हैं, आप उनका सहयोग लीजिए। फीडिंग का रोना मत रोइये। प्रभारी सचिव ने भी कहा कि आंकड़े हम पढ़ लेंगे। हमें एक्चुअल जानकारी दीजिए।
प्रभारी सचिव ने कहा कि अब बहाना नहीं चलेगा इस बार हम आपके आंकड़े ले रहे हैं और सुन रहे हैं। अगले महीने से इनमें कितनी प्रगति आई? इसकी समीक्षा की जाएगी। सीएमएचओ से प्रदेश में जिले की रैंकिंग पूछी गई तो उन्होंने बताया कि पहले चौथे नंबर पर थे। इस समय पीछे हैं। इस पर प्रभारी सचिव ने कहा कि अब बहाना नहीं चलेगा। हम चाहेंगे कि आप फिर से चौथे नंबर पर आएं बल्कि कोशिश करें कि प्रदेश में पहला स्थान सतना का रहे, क्योंकि प्रमुख सचिव स्वास्थ्य स्वयं जिले की प्रभारी सचिव हैं।
साइकिल वितरण समय पर करें
प्रभारी सचिव ने साइकिल वितरण की स्थिति जानी। इस पर जिले की प्रगति बताई गई। प्रभारी सचिव ने 31 जुलाई वितरण की अंतिम तिथि बताई। कलेक्टर ने कहा कि ब्लाकों में साइकिल कसने के लिए जितने मिस्त्री लगे हैं उनकी गति इतनी नहीं कि इस तिथि तक वितरण कर सकें। 15 अगस्त तक वितरण पूरा कर लेने की बात कही। इस पर प्रभारी सचिव ने कहा कि जितनी साइकिल तैयार होती जाएं उनका वितरण करते जाएं। एक बड़े नंबर तक इंतजार न करें। ताकि योजना का लाभ बच्चों को मिल सके। गणवेश वितरण में बताया गया कि यहां पालकों को राशि दे दी गई है। इस पर प्रभारी सचिव ने सवाल किया कि अन्य जिलों में तो गणवेश वितरित किए जा रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि पालकों को देने से कमीशन आदि की शिकायतें नहीं हैं और पालक अपने से कुछ राशि मिलाकर बेहतर गणवेश दिलवा रहे हैं और स्कूलों में बच्चे गणवेश में आ रहे हैं।
प्रभारी सचिव ने साइकिल वितरण की स्थिति जानी। इस पर जिले की प्रगति बताई गई। प्रभारी सचिव ने 31 जुलाई वितरण की अंतिम तिथि बताई। कलेक्टर ने कहा कि ब्लाकों में साइकिल कसने के लिए जितने मिस्त्री लगे हैं उनकी गति इतनी नहीं कि इस तिथि तक वितरण कर सकें। 15 अगस्त तक वितरण पूरा कर लेने की बात कही। इस पर प्रभारी सचिव ने कहा कि जितनी साइकिल तैयार होती जाएं उनका वितरण करते जाएं। एक बड़े नंबर तक इंतजार न करें। ताकि योजना का लाभ बच्चों को मिल सके। गणवेश वितरण में बताया गया कि यहां पालकों को राशि दे दी गई है। इस पर प्रभारी सचिव ने सवाल किया कि अन्य जिलों में तो गणवेश वितरित किए जा रहे हैं। इस पर कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि पालकों को देने से कमीशन आदि की शिकायतें नहीं हैं और पालक अपने से कुछ राशि मिलाकर बेहतर गणवेश दिलवा रहे हैं और स्कूलों में बच्चे गणवेश में आ रहे हैं।
वृद्धों के आंकड़ों पर सवाल
प्रभारी सचिव ने सामाजिक न्याय विभाग की समीक्षा में वृद्धों की संख्या पर सवाल दागे। पूछने पर बताया गया कि यहां 88 हजार के लगभग वृद्ध हैं। इस पर उन्होंने चिकित्सा विभाग से पूछा कि कुल जनसंख्या के कितने फीसदी वृद्ध होते हैं। 6 से 9 फीसदी की बात सामने आई। बताया गया कि इस मान से तो 2 लाख के लगभग वृद्ध होने चाहिए। इस पर कलेक्टर को यह मामला चेक करवाने को कहा। खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। मनरेगा की मजदूरी भुगतान पर भी सवाल खड़े किए।
प्रभारी सचिव ने सामाजिक न्याय विभाग की समीक्षा में वृद्धों की संख्या पर सवाल दागे। पूछने पर बताया गया कि यहां 88 हजार के लगभग वृद्ध हैं। इस पर उन्होंने चिकित्सा विभाग से पूछा कि कुल जनसंख्या के कितने फीसदी वृद्ध होते हैं। 6 से 9 फीसदी की बात सामने आई। बताया गया कि इस मान से तो 2 लाख के लगभग वृद्ध होने चाहिए। इस पर कलेक्टर को यह मामला चेक करवाने को कहा। खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। मनरेगा की मजदूरी भुगतान पर भी सवाल खड़े किए।
अस्पतालों में बैठेंगे आयुष चिकित्सक
आयुष विभाग की ओर से बताया गया कि उनके यहां भवन की कमी है। इस पर प्रभारी सचिव ने व्यवस्था देते हुए कलेक्टर से कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में जगह उपलब्ध करवा कर आयुष चिकित्सकों के बैठने की तत्कालिक व्यवस्था की जाए। कहा कि जल्द ही आयुर्वेद विभाग के अस्पतालों के भवन की व्यवस्था की जाएगी। 10 स्वास्थ्य केंद्रों को 1 माह के अंदर बेहतर बनाकर फोटो दिखाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए गए।
आयुष विभाग की ओर से बताया गया कि उनके यहां भवन की कमी है। इस पर प्रभारी सचिव ने व्यवस्था देते हुए कलेक्टर से कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में जगह उपलब्ध करवा कर आयुष चिकित्सकों के बैठने की तत्कालिक व्यवस्था की जाए। कहा कि जल्द ही आयुर्वेद विभाग के अस्पतालों के भवन की व्यवस्था की जाएगी। 10 स्वास्थ्य केंद्रों को 1 माह के अंदर बेहतर बनाकर फोटो दिखाने के निर्देश सीएमएचओ को दिए गए।
ब्लड स्टोरेज सेंटर की करें व्यवस्था
समीक्षा में मिला कि रामपुर, उचेहरा और मझगवां में ब्लड स्टोरेज सेंटर की व्यवस्था नहीं है। इस पर इसकी लागत पता की गई। बताया गया कि एक से सवा लाख का खर्चा है। इस पर एक सेंटर के लिए अगले कुछ दिनों में व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि वे अपने स्तर पर शेष सीएचसी में ब्लड स्टोरेज सेंटर की व्यवस्था तय कर देंगे।
समीक्षा में मिला कि रामपुर, उचेहरा और मझगवां में ब्लड स्टोरेज सेंटर की व्यवस्था नहीं है। इस पर इसकी लागत पता की गई। बताया गया कि एक से सवा लाख का खर्चा है। इस पर एक सेंटर के लिए अगले कुछ दिनों में व्यवस्था कराने के निर्देश दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि वे अपने स्तर पर शेष सीएचसी में ब्लड स्टोरेज सेंटर की व्यवस्था तय कर देंगे।
कोई हैंडपंप बंद न रहे
प्रभारी सचिव ने कहा कि मोटर पंप की खराबी से कोई हैंडपंप बंद नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ से व्यवस्था की जा रही। इस पर प्रभारी सचिव ने कहा कि हर अस्पताल में पानी की व्यवस्था हर हाल में करें। जहां कमी है, उसके प्रस्ताव बनाकर भेज दें। कलेक्टर ने कहा कि जहां भी पानी की व्यवस्था नहीं होगी वहां बोरिंग करा दी जाएगी।
प्रभारी सचिव ने कहा कि मोटर पंप की खराबी से कोई हैंडपंप बंद नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि डीएमएफ से व्यवस्था की जा रही। इस पर प्रभारी सचिव ने कहा कि हर अस्पताल में पानी की व्यवस्था हर हाल में करें। जहां कमी है, उसके प्रस्ताव बनाकर भेज दें। कलेक्टर ने कहा कि जहां भी पानी की व्यवस्था नहीं होगी वहां बोरिंग करा दी जाएगी।
लगेगा स्वास्थ्य शिविर
प्रभारी सचिव ने कहा कि नई व्यवस्था के तहत आपकी सरकार आपके द्वार के जहां भी शिविर लगेंगे वहां स्वास्थ्य विभाग का भी शिविर लगवाया जाए। यहां शिकायत निराकरण के साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जाएं।
प्रभारी सचिव ने कहा कि नई व्यवस्था के तहत आपकी सरकार आपके द्वार के जहां भी शिविर लगेंगे वहां स्वास्थ्य विभाग का भी शिविर लगवाया जाए। यहां शिकायत निराकरण के साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं भी प्रदान की जाएं।