केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि योजना का किसानों को लाभ दिलाने के लिए पटवारियों को किसानों का नाम, आधार नंबर, समग्र आईडी, बैंक खाता नंबर और आईएफएससी कोड पता कर पोर्टल पर फीड करना है। जिले में पटवारियों की लापरवाही के कारण यह स्थिति काफी दयनीय है। जिला प्रदेश के अंतिम पायदान पर है। पटवारियों ने पात्रता परिवारों का निर्धारण कर फाइनल सम्मान निधि भुगतान के लिए जो डाटा अपलोड किया है उसका प्रतिशत काफी कम 8.2 फीसदी ही पाया गया है।
किसान सम्मान योजना की जिलेवार समीक्षा में मिला कि कोटर तहसील में सबसे बेहतर काम हुआ है। यहां के कुल 73 गांवों के कुल 24718 खाते में 21.29 फीसदी अपलोड हो चुके हैं। 4725 परिवार की जानकारी अपलोड हो गई है। सबसे कमजोर स्थिति रामनगर की है। यहां के कुल 246 गांवों के कुल 63594 खातों में से महज 3 फीसदी अपलोड हुए हैं।
इसमें से 1873 परिवारों की जानकारी अपलोड की गई है। रघुराजनगर के 287 गांवों के 160289 खातों में से महज 8.44 ही अपलोड हो सके हैं। इसमें से 11721 परिवारों का जानकारी अपलोड हुई है। अन्य तहसीलों में उचेहरा में 16.80 रामपुर बाघेलान में 16.52 अमरपाटन में 15.83 नागौद में 15.51 बिरसिहपुर में 15.13 मैहर में 11.75 मझगवां में 10.64 फीसदी खाते अपलोड हो चुके हैं।
जब तक पटवारी किसानों के खाते की फायनल अपलोडिंग पूरी नहीं कर लेते तब तक किसानों को योजना के तहत राशि का भुगतान नहीं हो सकेगा। मामले में कलेक्टर ने सभी तहसीलदारों को स्पष्ट किया है कि पूरी गंभीरता बरती जाए। पटवारी लापरवाही करते हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए।
– 49 वें स्थान पर है जिला किसानों के खाता फीडिंग में
– 13.7 फीसदी खाते ही अब तक हो सके हैं अपलोड
– 92793 बताई गई है पात्रता परिवारों की संख्या
– 46.9 फीसदी हुआ है खातों को ग्राम से मैपिंग का काम