जिससे प्लेटलेट्स तुरंत बढ़ सके। हालांकि कई ऐसे फल है जिसको खाने के बाद प्लेटलेट्स बढऩे लगती है। लेकिन डेंगू बुखार में किवी का कोई जबाव ही नहीं है। ये एक ऐसा फल है जो कोई भी मरीज इंटरनेट से जानकारी ग्रहणकर या फिर डॉक्टरों से राय लेकर आसानी से खा सकता है। इसको खाते ही मरीज के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होता है और डेंगू बुखार की चपेट से वह तुरंत बाहर हो जाता है।
डॉ. सीएम तिवारी बता तें है किवी एक ऐसा फल है जो शरीर में सबसे तेजी से ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ाता है। ये हमें कई बीमारियों से भी बचाता है। किवी को एक सुपरफूड कहा जाता है। वे भी इसके फायदों की वजह से। ये फाइबर और एंटी-ऑक्सिडेंट्स का अच्छा भांति माना जाता है। किवी में कई ऐसे तत्व होते हैं जो डीएनए को नष्ट होने से बचाते हैं।
किवी के ये पांच फायदे
1- किवी एक खट्टा-मिठा फल होता है जिसे डॉक्टर अक्सर डेंगू और पीलिया में खाने की सलाह देते हैं। इसके सेवन से वजन भी घटाया जा सकता है।
2- किवी में विटामिन-सी पाया जाता है जो बॉडी में फ्री-रैडिकल्स को न्यूट्रीलाइज करता है, सेल को नष्ट होने से बचाता है और शरीर से इंफ्लेमेशन निकालने में मदद करता है।
3- कहते हैं किवी आंखों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। किवी मैक्यूलर डीजेनरेशन की समस्या से बचाता है जो भविष्य में आंखों की रोशनी जाने के लिए जिम्मेदार समस्या होती है।
4- खून के थक्कों को खत्म कर और ब्लड में ट्राईग्लिरिाइड्स की मात्रा को कम करने के किवी काफी फायदेमंद माना जाता है।
5- एक किवी में 110 कैलोरी होती हैं। साथ ही इसमें दो ग्राम प्रोटीन और एक ग्राम फैट्स होते हैं।
1- किवी एक खट्टा-मिठा फल होता है जिसे डॉक्टर अक्सर डेंगू और पीलिया में खाने की सलाह देते हैं। इसके सेवन से वजन भी घटाया जा सकता है।
2- किवी में विटामिन-सी पाया जाता है जो बॉडी में फ्री-रैडिकल्स को न्यूट्रीलाइज करता है, सेल को नष्ट होने से बचाता है और शरीर से इंफ्लेमेशन निकालने में मदद करता है।
3- कहते हैं किवी आंखों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। किवी मैक्यूलर डीजेनरेशन की समस्या से बचाता है जो भविष्य में आंखों की रोशनी जाने के लिए जिम्मेदार समस्या होती है।
4- खून के थक्कों को खत्म कर और ब्लड में ट्राईग्लिरिाइड्स की मात्रा को कम करने के किवी काफी फायदेमंद माना जाता है।
5- एक किवी में 110 कैलोरी होती हैं। साथ ही इसमें दो ग्राम प्रोटीन और एक ग्राम फैट्स होते हैं।