शिवराज को बताया कंस
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज को कंस मामा बताते हुए कहा कि जब मैने प्रदेश में पदार्पण किया तो यहां के लोगों ने कहा हार्दिक तुम बच कर रहना यहां किसान हित में बोलने वालों पर डंडे बरसाए जाते हैं। मैने उनसे कहा मैं किसान का बेटा हूं। गुजरात में दो-दो गुंडों को झेल चुका हूं, तुम्हारा मामा दो गुजरातियों से खतरनाक नहीं हो सकता। पटेल ने प्रदेश सरकार व प्रशासन हमला बोलते हुए कहा मैं सतना में कोई आंतकवादियों का शिविर नहीं लगा रहा था, मुझे किसान सभा करनी थी। लेकिन यहां के प्रशासन ने मुझे बालने की अनुमति नहीं दी।
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज को कंस मामा बताते हुए कहा कि जब मैने प्रदेश में पदार्पण किया तो यहां के लोगों ने कहा हार्दिक तुम बच कर रहना यहां किसान हित में बोलने वालों पर डंडे बरसाए जाते हैं। मैने उनसे कहा मैं किसान का बेटा हूं। गुजरात में दो-दो गुंडों को झेल चुका हूं, तुम्हारा मामा दो गुजरातियों से खतरनाक नहीं हो सकता। पटेल ने प्रदेश सरकार व प्रशासन हमला बोलते हुए कहा मैं सतना में कोई आंतकवादियों का शिविर नहीं लगा रहा था, मुझे किसान सभा करनी थी। लेकिन यहां के प्रशासन ने मुझे बालने की अनुमति नहीं दी।
Satna madhya pradesh” src=”https://new-img.patrika.com/upload/2018/06/08/9_1_2924470-m.jpg”> IMAGE CREDIT: patrika एमपी गुंडों का प्रदेश
प्रदेश सरकार की तानाशाही के कारण आज मध्यप्रदेश सोने का नहीं गुंडों का प्रदेश बन चुका है। उन्होंने कहा आज किसान सिर्फ कहने के लिए अन्नदाता है। रसूखदार एक हजार करोड़ लेकर फुर्र हो जाते हैं और एक हजार का कर्ज न चुकाने वाले किसानों को जेल में डाल दिया जाता है। प्रदेश के कंस मामा ने कहा था कि मैं मैहर के विकास के लिए 800 करोड़ दूंगा, दिया एक रुपए भी नहीं। कोई नेता आप लोगों का सगा नहीं। अपना हक चाहिए तो दूसरों पर निर्भर मत रहो। स्वयं आम्बेडकर और पटेल बनो। भाजपा हमें जाति-धर्म, कुर्मी एवं कुशवाहा में बांटकर फिर से सत्ता हथियाना चाहती है। इसलिए आप लोग जागरुक हो। याद रखो कि किसानों की एक ही कौम है, उसकी कोई जाति नहीं होती। ार्दिक पटेल सरकार पर जमकर गरजे। कहा, भाजपा देश के युवा बेरोजगार एवं किसानों को जाति-धर्म में बांटने की राजनीति कर रही है। भाजपा नेता वोट के लिए जातियों को आपस में लड़ा रहे हैं। हमें इस चाल को समझने की जरूरत है। सतना में कुर्मी-कुशवाहा नहीं पूरी किसान कौम खतरे में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह कहते हैं, मैं किसान का पुत्र हूं। लेकिन, उन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। क्या प्रदेश के किसानों का कर्जा माफ किया? यदि प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढ़ाई होती तो मुख्यमंत्री की सभा में भीड़ जुटाने के लिए एक हजार बसें नहीं लगानी पड़तीं। यदि प्रदेश सरकार से किसान खुश होता तो हमारी सभा में इतनी भीड़ नहीं जुटती। हार्दिक ने 24 मिनट में सब्जी मंडी व्यापारियों को हटाने और सीमेंट कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिलने की बात भी कही।
प्रदेश सरकार की तानाशाही के कारण आज मध्यप्रदेश सोने का नहीं गुंडों का प्रदेश बन चुका है। उन्होंने कहा आज किसान सिर्फ कहने के लिए अन्नदाता है। रसूखदार एक हजार करोड़ लेकर फुर्र हो जाते हैं और एक हजार का कर्ज न चुकाने वाले किसानों को जेल में डाल दिया जाता है। प्रदेश के कंस मामा ने कहा था कि मैं मैहर के विकास के लिए 800 करोड़ दूंगा, दिया एक रुपए भी नहीं। कोई नेता आप लोगों का सगा नहीं। अपना हक चाहिए तो दूसरों पर निर्भर मत रहो। स्वयं आम्बेडकर और पटेल बनो। भाजपा हमें जाति-धर्म, कुर्मी एवं कुशवाहा में बांटकर फिर से सत्ता हथियाना चाहती है। इसलिए आप लोग जागरुक हो। याद रखो कि किसानों की एक ही कौम है, उसकी कोई जाति नहीं होती। ार्दिक पटेल सरकार पर जमकर गरजे। कहा, भाजपा देश के युवा बेरोजगार एवं किसानों को जाति-धर्म में बांटने की राजनीति कर रही है। भाजपा नेता वोट के लिए जातियों को आपस में लड़ा रहे हैं। हमें इस चाल को समझने की जरूरत है। सतना में कुर्मी-कुशवाहा नहीं पूरी किसान कौम खतरे में है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह कहते हैं, मैं किसान का पुत्र हूं। लेकिन, उन्होंने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। क्या प्रदेश के किसानों का कर्जा माफ किया? यदि प्रदेश सरकार ने किसानों की आय बढ़ाई होती तो मुख्यमंत्री की सभा में भीड़ जुटाने के लिए एक हजार बसें नहीं लगानी पड़तीं। यदि प्रदेश सरकार से किसान खुश होता तो हमारी सभा में इतनी भीड़ नहीं जुटती। हार्दिक ने 24 मिनट में सब्जी मंडी व्यापारियों को हटाने और सीमेंट कंपनियों में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिलने की बात भी कही।
नक्सली धमकी पर ट्वीट अपने भाषण से पहले मंच पर बैठे हार्दिक ने सिंगरौली में नक्सली धमकी की खबर को चुनाव से जोड़ मजेदार ट्वीट किया उन्होंने लिखा- लगता है कि लोकसभा चुनाव बहुत जल्द आएगा।
देश में फुल जुमलेबाजी की चल रही सरकार
बाबा साहेब आम्बेडकर के पौत्र प्रकाश आम्बेडकर ने कहा, देश में फुल जुमलेबाजी की सरकार चल रही है। यहां सांसद और विधायक की आय एक दिन में दोगुनी हो जाती है और किसानों को 2022 तक इंतजार करने के लिए बोल दिया जाता है। हमारे महापुरुषों ने कहा था कि संघर्ष करो। हम 40 साल से संघर्ष कर रहे हैं। फिर भी हमें अपने अधिकार नहीं मिले। किसानों को खुशहाल होना है तो उन्हें सत्ता अपने हाथ में लेनी होगी।
बाबा साहेब आम्बेडकर के पौत्र प्रकाश आम्बेडकर ने कहा, देश में फुल जुमलेबाजी की सरकार चल रही है। यहां सांसद और विधायक की आय एक दिन में दोगुनी हो जाती है और किसानों को 2022 तक इंतजार करने के लिए बोल दिया जाता है। हमारे महापुरुषों ने कहा था कि संघर्ष करो। हम 40 साल से संघर्ष कर रहे हैं। फिर भी हमें अपने अधिकार नहीं मिले। किसानों को खुशहाल होना है तो उन्हें सत्ता अपने हाथ में लेनी होगी।
वायदा बाजार किसान हित में नहीं
प्रकाश आम्बेडकर ने कहा, केंद्र सरकार ने मंडियों को सबके लिए खोल दिया है। इसलिए किसानों को उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिल रहा। देश की जनसंख्या बढ़ रही है, लेकिन किसानों की संख्या घट रही है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। केंद्र सरकार अगले साल से किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की बात करती है। लेकिन, उसके खजाने में पैसा नहीं है। वायदा बाजार किसान हित में नहीं। इसमें मुनाफा बचौलिये काट रहे हैं। यदि सरकार किसानों की आय बढ़ाना चाहती है तो मंडियों को किसानों के लिए अनुबंधित करना होगा।
प्रकाश आम्बेडकर ने कहा, केंद्र सरकार ने मंडियों को सबके लिए खोल दिया है। इसलिए किसानों को उनकी उपज का उचित दाम नहीं मिल रहा। देश की जनसंख्या बढ़ रही है, लेकिन किसानों की संख्या घट रही है। यह हमारे लिए चिंता का विषय है। केंद्र सरकार अगले साल से किसानों को उनकी उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की बात करती है। लेकिन, उसके खजाने में पैसा नहीं है। वायदा बाजार किसान हित में नहीं। इसमें मुनाफा बचौलिये काट रहे हैं। यदि सरकार किसानों की आय बढ़ाना चाहती है तो मंडियों को किसानों के लिए अनुबंधित करना होगा।
देश में आज भी अंग्रेजों की सरकार
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश ने सरकार एवं प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाया। कहा, एक सभा करने की अनुमति के लिए जिला प्रशासन से 27 दिन तक गुहार लगानी पड़ी। मैंने अंग्रेजों की सरकार तो नहीं देखी, लेकिन 70 साल से देश में जो सरकार चल रही है वह अंग्रेजों से कम नहीं। एक ने हक मांगने पर मुलताई में किसानों पर लाठियां बरसवाई तो दूसरे ने अन्नदाता की आवाज दबाने मंदसौर में किसानों के सीने में गोली चलवा दी। उनका इशारा भाजपा और कांग्रेस की तरफ था। कहा कि जब तक प्रदेश का किसान एकजुट होकर अपने अधिकारों की लड़ाई नहीं लड़ेगा। किसान नेता जगदीश ने कहा कि यहां जबलपुर, कटनी की भाषा नहीं चलेगी। आप सतना की भाषा समझें ताकि मंच की गरिमा कायम रहे। यह वर्ग विशेष का कार्यक्रम नहीं, किसानों का सम्मेलन है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश ने सरकार एवं प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाया। कहा, एक सभा करने की अनुमति के लिए जिला प्रशासन से 27 दिन तक गुहार लगानी पड़ी। मैंने अंग्रेजों की सरकार तो नहीं देखी, लेकिन 70 साल से देश में जो सरकार चल रही है वह अंग्रेजों से कम नहीं। एक ने हक मांगने पर मुलताई में किसानों पर लाठियां बरसवाई तो दूसरे ने अन्नदाता की आवाज दबाने मंदसौर में किसानों के सीने में गोली चलवा दी। उनका इशारा भाजपा और कांग्रेस की तरफ था। कहा कि जब तक प्रदेश का किसान एकजुट होकर अपने अधिकारों की लड़ाई नहीं लड़ेगा। किसान नेता जगदीश ने कहा कि यहां जबलपुर, कटनी की भाषा नहीं चलेगी। आप सतना की भाषा समझें ताकि मंच की गरिमा कायम रहे। यह वर्ग विशेष का कार्यक्रम नहीं, किसानों का सम्मेलन है।
प्रदेश में बंद हो संविदा भर्ती: सिद्धार्थ
महासम्मेलन के संयोजक सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश और केंद्र दोनों ही सरकार नौकरी के नाम पर संविदा भर्ती कर रही है। पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार संविदा में नौकरी करने के बाद भी अपने को बेरोजगार समझते हैं। क्योंकि, संविदा नौकरी में उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है। इसलिए संविदा भर्ती बंद कर सभी विभागों में नियमित नियुक्तियां की जाएं। इससे पहले महासम्मेलन की शुरुआत में सिद्धार्थ देव सिंह सिद्धू ने कहा कि वक्त आ गया है जो किसानों की सुनेगा वही राज करेगा। उन्होंने मंदसौर घटना पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया
महासम्मेलन के संयोजक सिद्धार्थ कुशवाहा ने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रदेश और केंद्र दोनों ही सरकार नौकरी के नाम पर संविदा भर्ती कर रही है। पढ़े-लिखे युवा बेरोजगार संविदा में नौकरी करने के बाद भी अपने को बेरोजगार समझते हैं। क्योंकि, संविदा नौकरी में उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है। इसलिए संविदा भर्ती बंद कर सभी विभागों में नियमित नियुक्तियां की जाएं। इससे पहले महासम्मेलन की शुरुआत में सिद्धार्थ देव सिंह सिद्धू ने कहा कि वक्त आ गया है जो किसानों की सुनेगा वही राज करेगा। उन्होंने मंदसौर घटना पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया
मकसूद ने संभाला मंच
महासम्मेलन की शुरुआत के कुछ पहले ही कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा, शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद अन्य पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंच पर पहुंचे। संचालन का पूरा दायित्व मकसूद ने संभाला। किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत पाठक ने मंच से पुलिस-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कार्यक्रम में आ रहे किसी किसान का वाहन या काफिले को रोका गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
महासम्मेलन की शुरुआत के कुछ पहले ही कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा, शहर अध्यक्ष मकसूद अहमद अन्य पार्टी पदाधिकारियों के साथ मंच पर पहुंचे। संचालन का पूरा दायित्व मकसूद ने संभाला। किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष इंद्रजीत पाठक ने मंच से पुलिस-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कार्यक्रम में आ रहे किसी किसान का वाहन या काफिले को रोका गया तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
मैहर से सतना तक रोड शो महासम्मेलन में शामिल होने सतना आए हार्दिक पटेल सुबह मां शारदा की डेवढ़ी पर माथा टेककर काफिले के साथ मैहर से सतना के लिए रवाना हुए। रोड शो के दौरान उनके काफिले में 100 से अधिक गाडि़यां शामिल रहीं। रास्ते में उनका कई जगह किसानों ने माला पहनाकर स्वागत किया