चित्रकूट स्थित रामधाम के पास माधव धर्मशाला के एक कमरे में व्यापारी विनोद अग्रहरि अपने परिवार के साथ रहते हैं। धर्मशाला से लगी विनोद की दुकान है। गुरुवार की दोपहर विनोद अपनी पत्नी के साथ दुकान में था। जबकि उसके तीन बच्चे मधु (5), सपना (6) व आनंद (7) घर में सो रहे थे। दोपहर करीब ढाई बजे घर में अचानक आग लग गई।
धुआं देख आसपास मौजूद लोगों ने विनोद को जानकारी दी। वह दौड़कर घर पहुंचा। तब तक आग भड़क चुकी थी। आनन-फानन पुलिस व अग्निशमन टीम को बुलाया गया। टीआई संतोष तिवारी के साथ मौके पर पहुंची पुलिस ने मोहल्ले के लोगों की मदद से घर के भीतर मौजूद तीनों बच्चों को निकालने का प्रयास किया। साथ ही अग्निशामक व लोगों की मदद से आग बुझाने का काम किया गया।
पुलिसकर्मी और ग्रामीण भी आए चपेट में
किसी तरह से सपना व आनंद को सुरक्षित निकाल लिया गया पर मधु की झुलसने व धुएं से दम घुटने से अचेत हो गई। तीनों को जानकीकुण्ड अस्पताल ले जाया गया। वहां पर डॉक्टरों ने मधु को मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर सुनकर परिजनों में सनाका खिंच गया। बचाव कार्य के दौरान नयागांव थाना प्रभारी संतोष तिवारी, विनोद अग्रहरि के अलावा पड़ोसी कामता व रंजीत भी झुलस गए। इन सभी का जानकीकुण्ड अस्पताल में इलाज कराया गया।